तर्क, जिज्ञासा और दर्शन की शुरुआत ऋग्वैदिक काल से भी प्राचीन

हिन्दुओं का कोई सर्वमान्य आस्था ग्रंथ नहीं और न ही सर्वमान्य देवता। हरेक हिन्दू की अपनी इच्छा। कोई अग्नि उपासक तो कोई जल का। यहां ब्रह्मा, विष्णु और महेश की त्रयी है तो श्रीराम, श्रीकृष्ण और शिव के भी विकल्प हैं। देवी उपासना अतिप्राचीन है ही। हनुमान मन्दिर भी लाखों की संख्या में हैं। व्यक्तिगत … Continue reading तर्क, जिज्ञासा और दर्शन की शुरुआत ऋग्वैदिक काल से भी प्राचीन