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पीएनबी के 45 से अधिक खातों में एक करोड़ रुपये से अधिक जमा

नोटबंदी के बाद खातों में जमा 500 व 1000 रुपये के पुराने नोटों का नया सच सामने आया है। पीएनबी के देहरादून सर्किल के 45 से अधिक खातोंं में एक करोड़ से अधिक की रकम जमा की गई है।

देहरादून: नोटबंदी के बाद खातों में जमा 500 व 1000 रुपये के पुराने नोटों का नया सच सामने आया है। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के देहरादून सर्किल के 450 खाते ऐसे हैं, जिनमें 10-10 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा की गई है। जबकि 45 से अधिक ऐसे खाते हैं, जिनमें एक-एक करोड़ रुपये से अधिक की रकम जमा की गई है। खातों का ब्योरा मिलते ही आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने जांच शुरू कर दी है।

आयकर विभाग ने सभी बैंकों से ऐसे खातों का ब्योरा मांगा है। इसमें नोटबंदी के दौरान (नौ नवंबर से 30 दिसंबर 2016) 500-1000 रुपये के पुराने नोटों से 50 हजार रुपये से अधिक की राशि जमा की गई।लंबे इंतजार के बाद पीएनबी के देहरादून सर्किल ने 45 हजार 754 खातों की जानकारी आयकर विभाग को भेज दी है। इन सभी में 50 हजार रुपये से अधिक की रकम जमा की गई।

पीएनबी के इस ब्योरे में जनधन खातों की हकीकत भी सामने आ गई है। 554 खाते ऐसे पाए गए हैं, जिनमें 50 हजार रुपये से अधिक की राशि जमा की गई। जबकि इन खातों की सालभर की लिमिट ही 50 हजार रुपये है।

ऐसे में बड़ा सवाल यह कि नोटबंदी के 52 दिन के भीतर ही इन खातों में 50 हजार रुपये से अधिक के पुराने नोट कैसे जमा हो गए। इनमें बड़ी संख्या में जनधन के ऐसे खाते भी हैं, जिनमें ढाई-तीन लाख रुपये से अधिक जमा किए गए हैं।

आयकर के पास बैंकवार ब्योरा

पीएनबी ने आयकर विभाग को जो जानकारी दी है, वह बैंक शाखावार भी है। यदि विभाग चाहे तो शाखावार भी पुराने नोट जमा किए जाने की जांच कर सकता है। इससे यह भी पता चल सकता है कि किस शाखा में सबसे अधिक पुराने नोट जमा किए गए हैं।

खातों की संख्या के हिसाब से यदि किसी शाखा में जमा राशि असामान्य पाई जाती है तो इस एंगल के लिहाज से भी विभाग अलग से जांच कर सकता है।

1100 खाताधारकों को नोटिस जारी

नोटबंदी के दौरान खातों में सामान्य से अधिक राशि के जमा पर आयकर विभाग अब तक करीब 1100 खाताधारकों को नोटिस जारी कर चुका है। कई खाताधारकों ने जमा राशि पर जवाब देना भी शुरू कर दिया है। जबकि बड़ी संख्या में ऐसे में खाताधारक हैं, जो नोटिस का तोड़ निकालने में जुट गए हैं।

एसबीआइ से एक साथ मिलेगा विवरण

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) से अभी तक कुछ भी ब्योरा आयकर विभाग को नहीं मिल पाया है। बताया जा रहा है कि एसबीआइ कुछ दिन के भीतर एक साथ सभी खातों का विवरण उपलब्ध करा देगा। प्रदेश में एसबीआइ के पास सबसे अधिक खाते हैं। ऐसे में यहां से मिलने वाली जानकारी अहम हो सकती है।

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