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लेह पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दौरे को देश के सशस्त्र बलों को किया समर्पित
चीन से तनातनी के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को लेह पहुंचे। इस दौरान पांचों लद्दाख स्काउट्स बटालियनों तथा लद्दाख स्काउट्स रेजीमेंटल सेंटर को उन्होंने राष्ट्रपति कलर से सम्मानित किया।राष्ट्रपति बनने के बाद दिल्ली के बाहर यह उनकी पहली आधिकारिक यात्रा है। उन्होंने अपने इस दौरे को देश के सशस्त्र बलों को समर्पित किया।
सेना प्रमुख बिपिन रावत एक दिन पहले से ही लेह में मौजूद हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि लद्दाख स्काउट्स को भारतीय सेना का हिस्सा बने 54 वर्ष हो चुके हैं। इस रेजीमेंट का यह सफर शौर्य, सम्मान और कीर्ति की गाथाओं से भरपूर रहा है। इस रेजीमेंट की स्थापना 1947-48 में पाकिस्तानी कबालियों के हमले के समय हुई और लद्दाख के लोगों ने अपनी मातृभूमि की रक्षा का संकल्प लिया। यह पराक्रम आज भी समूचे देश के लिए गर्व का विषय है।
कहा कि आधी सदी से कुछ ज्यादा अवधि के दौरान यह रेजीमेंट विशिष्ट वीरता तथा असाधारण सेवाओं के लिए 605 सम्मान तथा पदक प्राप्त कर चुकी है। यह रेजीमेंट के जवानों के अदम्य साहस और भावना का प्रमाण है और यह हमारे सशस्त्र बलों के सभी जवानों और अधिकारियों के लिए आदर्श हैं। उन्होंने अनेक युद्धों के दौरान विशिष्ट पहचान बनाई और खेलों, रोमांचक गतिविधियों तथा पेशेवर चुनौतियों में बेहतरीन प्रदर्शन किया।