हमारी नस-नस में हैं इतिहास के महानायक श्रीकृष्ण

इतिहास भूत होता है। इसमें जोड़ घटाव उचित नहीं होता। जैसा घटित हुआ, वैसा ही इतिहास बना। हम चाहकर भी भूतकाल नहीं बदल सकते। लेकिन इस भूत इतिहास की शरीर स्मृति में अनुभूत भी होता है। भूत इतिहास बनता है। अनुभूत समाज की भावशक्ति पाता है। वह काव्य बनता है, ऋचा या मंत्र बनता है। … Continue reading हमारी नस-नस में हैं इतिहास के महानायक श्रीकृष्ण