सौंदर्य

कजरा है नैनों में जैसे, मन मेरा ही समाया है। खुली रेशमी जुल्फों में, काले बदरा का साया है। शायद आपके होठों से, ये दिल मेरा मुस्काया है।देख आपका मुखड़ा लगता, चांद निकल कर आया है। पिछले कुछ ही सालों से, करीब में मेरे रहते हो।सोचा न था तुम ये कहो कि नसीब में मेरे … Continue reading सौंदर्य