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श्रीलंका का सूपड़ा साफ कर बोले विराट, खेलते समय इस बारे में नहीं सोचता

​भारत ने विदेशी सरजमीं पर सीरीज में सूपड़ा साफ खराब फार्म में चल रही श्रीलंकाई टीम के खिलाफ किया है लेकिन कप्तान विराट कोहली इसे ज्यादा तवज्जो नहीं देना चाहते कि खेल का लंबा प्रारूप किस दिशा में आगे बढ़ रहा है।
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘हम जीत रहे हैं और लय टीम के साथ है। जब आप खेलते हो तो इस बारे में नहीं सोचते कि टेस्ट क्रिकेट किस दिशा में बढ़ रहा है और इसका भविष्य क्या है। हम इसे सम्मान समझते हैं कि हम अपने देश के लिये टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं। हमारी सोच में अब तक जरा सा भी बदलाव नहीं हुआ है। ’’ कोहली इस बात से सहमत थे कि जब दोनों टीमों में बराबरी की प्रतिस्पर्धा होती है तो चीजें बेहतर होती हैं।

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श्रीलंका का सूपड़ा साफ कर बोले विराट, खेलते समय इस बारे में नहीं सोचताउन्होंने कहा, ‘‘जब दोनों टीमें अच्छा क्रिकेट खेलती हैं तो यह सीरीज में बेहतरीन होता है। लेकिन जैसा कि दक्षिण अफ्रीका चार महीने के लिये इंग्लैंड में थी, तो उन्होंने खुद स्वीकार किया कि यह चीज उनके दिमाग में रही कि वे चैम्पियंस ट्राफी के बाद घर नहीं गये। मुझे लगता है कि इन कारकों को ध्यान में रखा जाना चाहिए। ’’ कोहली ने कहा, ‘‘अगर कोई भी टीम सीरीज में अच्छा खेलती है तो आपको इस तरह के परिणाम ही मिलेंगे। जब दोनों टीमें बराबरी की प्रतिस्पर्धा से खेलती हैं तो मैच काफी करीबी रहते हैं और सीरीज में भी ऐसा ही होता है। ’’

उमेश और शमी हमारे लिए प्रभावी साबित हुए

ईशांत को मौका न दिए जाने पर विराट ने कहा,  सभी खिलाड़ी फिट थे और अपना काम करने के लिए पूरी तरह तैयार थे। अधिकांश मौकों पर हम उन खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरे परिस्थितियां जिनके अनुकूल थीं। जो उन परिस्थितियों में सबसे ज्यादा प्रभावी साबित होते। ऐसे में शमी और उमेश यादव ने हमारे लिए पिछले होम सीजन में शानदार प्रदर्शन किया था। दोनों नई और पुरानी गेंद से प्रभावी रहे थे। इसलिए इस सीरीज में हमने उनका समर्थन किया। दोनों ने स्किल्स के साथ-साथ अपनी पूरी क्षमता के साथ गेंदबाजी की। आखिरी टेस्ट में भी उन्होंने अपनी पूरी क्षमता और दक्षता के साथ गेंदबाजी की। आज भी दोनों ने जैसी गेंदबाजी की वो देखना बेहद रोचक था। दोनों ने दिल से गेंदबाजी करते हुए टीम को महत्वपूर्ण सफलताएं दिलाई। 
पिछले घरेलू सीजन में जिस तरह तेज गेंदबाजों ने हमें ब्रेक थ्रू दिलवाए वो बेहद महत्वपूर्ण था। गेंदबाजी में गहराई ने हमारी सीरीज जीतने में बहुत मदद की और कई बार टीम के फायदे के लिए परिस्थितियों का फायदा उठाया। इसी वजह से हम सभी टेस्ट और सीरीज जीतने में कामयाब हुए। इसे आप  हमारी सफलता का सबसे मुख्य कारण कह सकते हैं।

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एक टीम के रूप में यह उपलब्धि हासिल करने पर हमें गर्व 

पूरी सीरीज में हमने शानदार प्रदर्शन किया। हमने तीनों मैचों में टॉस जीता। पिच को देखते हुए ये हमारे लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ। मुझे लगता है कि यदि दूसरे टेस्ट में हम टॉस नहीं जीत पाते तो हमें और अधिक दबाव का सामना करना पड़ता। दूसरे दिन के बाद से पिच जैसा व्यवहार कर रही थी। इन सभी चीजों ने जीत में हमारा सहयोग किया। अगर व्यापक तरीके से देखें तो हमने शानदार खेल दिखाया और 3-0 से सीरीज अपने नाम की। हमने विरोधी टीम पर लगातार दबाव बनाए रखा। ऐसा करने से हम ये सुनिश्चित कर सके कि हम ज्यादा से ज्यादा सेशन्स जीत सकें। इसी वजह से हम सीरीज के सभी टेस्ट जीतने में सफल हुए। एक टीम के रूप में यह उपलब्धि हासिल करने पर हमें गर्व है। 

सीरीज में टॉस की भूमिका पर 

पूरी तरह ये कहना ठीक नहीं है। टॉस के नजरिए से देखें तो दूसरा टेस्ट ज्यादा महत्वपूर्ण था। यहां पिच की भी अहम भूमिका थी। तीसरे टेस्ट में पहले दिन के बाद पिच  ऐसे बदली जिसमें बल्लेबाजी करना खतरनाक था। हमारे पास एक बड़ा स्कोर था। हार्दिक की पारी ने विरोधी टीम का नजरिया पूरी तरह बदल दिया। 329 रन पर 6 विकेट से 490 तक पहुंचा। इसके बाद उन्होंने सोचा कि हमने बहुत ज्यादा रन दे दिए हैं। इससे विरोधी टीम के मन में बहुत सारी शंका उमड़ने लगती हैं। 
 
 

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