एक के बाद एक छींक आने से अगर आपके पेट का भी बैंड बजा हुआ है तो किचन के इस सुगंधित मसाले की मदद ले लीजिए। इस मसाले में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुणों की वजह से व्यक्ति बदलते मौसम में भी कई तरह के बैक्टीरिया और वायरल इंफेक्शन से सुरक्षित रह सकता है।
बड़ी इलायची खाने से नाक में जमी बलगम का फ्लो होने लगता है और व्यक्ति बार-बार छींकने से बच जाता है।
एक के बाद एक छींक से छुटकारा पाने के लिए आप बस दिन में दो या तीन काली मोटी इलायची चबाएं। ऐसा करने से आपको छींक आने से तुरंत राहत मिल जाएगी।
काली इलायची अपने एंटीसेप्टिक और एंटी बैक्टीरियल गुणों की वजह से न सिर्फ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है, बल्कि शरीर को बैक्टीरिया और वायरल इंफेक्शन से भी सुरक्षित रखती है।
इलायची के बीज से बनने वाले तेल का इस्तेमाल अरोमा थेरेपी के लिए भी किया जाता है। ये न सिर्फ आपको बेहतर स्वास्थ प्रदान करता है, बल्कि आपके बालों को भी चमकीला बनाने में मदद करता है।