अद्धयात्म
अगर आप करेंगे पांच बृहस्पतिवार ये उपाय, मिलेगा संतान सुख…
साई बाबा को देश से लेकर विदेशों में भी काफी माना जाता है। इसके अलावा आपको बता दे कि अगर आप 4 बृहस्पतिवार बाबा का व्रत रखतें हैं तो निसंतान लोगों को संतान की प्राप्ति हो सकती है।
ज्योतिष में बृहस्पति को संतान का कारण माना जाता है। बृहस्पति की उपासना से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। साईं बाबा भगवान का रूप भी हैं और गुरु भी माने जाते हैं। गुरू होने के कारण बृहस्पति की समस्याओं में इनकी उपासना अद्भुत परिणाम देती है। इनकी पूजा से उत्तम संतान की प्राप्ति होती है। कुछ उपाय भी कारगर हैं पर इन्हें अपनी समस्या के अनुरूप ही करना चाहिए।
व्रत करते समय ये ध्सान देना चाहिए कि आप अन्न बिल्कुल भी ना खाएं। इसी के साथ शाम को भी फल ही खाएं। कोशिश करें कि इस दिन केला बिल्कुल भी ना खाएं। क्योंकि केले को विष्णु जी का प्रतीक माना गया है। औऱ ब्रहस्पतिवार को विष्णु जी की भी पूजा होती है। इसके अलावा आज हम आपको बताएंगे कि किन परेशानियों में आप क्या करें और कैसे।
अगर मेडिकल कारण बन रहे हों बाधा
– साईं बाबा के चरण चिन्ह लाएं या मंदिर जाएं.
– साईं बाबा के चरणों में पीले फूलों की माला रख दें.
– माला रखने के बाद उनके चरणों में मनोकामना कहें.
– गरीबों में केले बांटें। ये प्रयोग पांच बृहस्पतिवार करें.
बिना किसी कारण आ रही हो बाधा
– घर में साईं बाबा की मूर्ति की स्थापना करें या साईं बाबा के मंदिर जाएं.
– साईं बाबा की 7 बार परिक्रमा करें और अपनी मनोकामना मन ही मन दोहराते रहें फिर साईं बाबा को साष्टांग प्रणाम करें.
– धूनी के स्थान पर चंदन के सुगंध वाली अगरबत्तियां जलाएं। ये प्रयोग पांच बृहस्पतिवार तक पीले कपड़े पहन कर करें.
बृहस्पतिवार अवश्य करें साईं की पूजा
– सुबह स्नान करके पूजा का संकल्प लें. उनके समक्ष घी का एक मुखी दीपक जलाएं. साईं बाबा को पीले फूल अर्पित करें. गुड़ चने का भोग लगाएं. इसके बाद साईं चरित का पाठ करें या उनके मन्त्रों का जाप करें. शाम को दोबारा साईं बाबा की पूजा और आरती करें. उन्हें हलवा-पूरी का भोग लगाएं. प्रसाद को सब में बांटें, बच्चों को जरूर दें.