अद्धयात्म

अगर इस तरह माथे पर लगाते है सिंदूर तो अपने पति के प्राणो को संकट में डाल रही हैं आप

हिन्दू धर्म पूरी तरह से संस्कृति और परम्पराओं के ऊपर निर्भर है। हिन्दू धर्म में कई ऐसी प्राचीन परम्पराएँ हैं जो सदियों से चली आ रही हैं और जिनका पालन लोग आज भी करते हैं। कहा जाता है कि इन्ही प्राचीन परम्पराओं की वजह से भारत पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाये हुए हैं। हिन्दू धर्म की कुछ प्राचीन का वैज्ञानिक महत्व भी है। हालाँकि बहुत कम लोग ही हैं जो इसके वैज्ञानिक महत्वों के बारे में जानते हैं। ज्यादातर लोग इसे एक रुढ़िवादी परम्परा के तौर पर देखते हैं।अगर इस तरह माथे पर लगाते है सिंदूर तो अपने पति के प्राणो को संकट में डाल रही हैं आप

इन्ही में से एक हैं हिन्दू धर्म की शादीशुदा महिलाओं का सिंदूर लगाना। अक्सर आपने हिन्दू धर्म की सभी शादीशुदा महिलाओं को सिंदूर लगाते हुए देखा होगा। हिन्दू धर्म में सिंदूर को सुहाग के प्रतिक के रूप में भी माना जाता है। हिन्दू धर्मशास्त्रों में सिंदूर लगाने को लेकर कई नियम बताये गए हैं। इससे सम्बंधित कई बातों का जिक्र किया गया है, जिनका पालन करने पर महिलाओं के साथ ही उनके परिवार को काफी लाभ मिलता है। जो महिलाएं इनका पालन नहीं करती हैं, उनके जीवन में कई तरह की परेशानियाँ आने की आशंका बढ़ जाती है

ज्योतिषाचार्य मनीष शर्मा के अनुसार अगर महिलाएं सही तरीके से अपनी मांग में सिंदूर लगाती हैं तो इससे नकारात्मक शक्ति भी दूर रहती है। इससे घर में सुख-शांति तो बनी ही रहती है साथ ही साथ पति की उम्र भी लम्बी होती है। मनीष शर्मा के अनुसार सिंदूर लगाते समय महिलाओं को शास्त्रों में बताई गयी बातों को मानना चाहिए। ऐसा ना करने पर महिलाओं के पतियों को धन सम्बन्धी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही पति की उम्र पर भी बुरा असर पड़ता है। आज हम आपको सिंदूर लगाते समय ध्यान रखने वाली बातों के बारे में बताने जा रहे हैं।

सिंदूर लगते समय हर महिला ध्यान में रखे ये बातें:

*- भूलकर भी शादीशुदा महिला किसी दूसरी महिला का सिंदूर अपनी मांग में ना भरे। यह अशुभ माना जाता है। इससे पति को धन सम्बन्धी हानि का सामना करना पड़ सकता है।

*- शादीशुदा महिलाओं को हमेशा अपने पैसे से ही सिंदूर खरीदना चाहिए। किसी दूसरी महिला के पैसे से ख़रीदा हुआ सिंदूर नहीं लगाना चाहिए।

*- अगर कोई व्यक्ति या महिला आपको उपहार में सिंदूर देती है तो उसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसे भी अशुभ माना जाता है।

जो महिलाएं धर्मशास्त्रों की इन बातों का पालन करती हैं, उनके जीवन में और उनके पति के जीवन में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आती है। इसके उलट जो महिलाएं धर्मशास्त्रों की इन बातों को मजाक समझकर ऐसा नहीं करती हैं, उनके जीवन में परेशानियों का प्रवेश हो जाता है और उनका जीवन दुखों से भर जाता है।

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