देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में व्यवस्थाएं पटरी पर आने का नाम नहीं ले रही हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार रात करीब नौ बजे अस्पताल का औचक निरीक्षण किया तो तमाम खामियों से रूबरू होना पड़ा। अव्यवस्थाओं से खफा सीएम ने लापरवाही मिलने पर दो जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर व एक नर्स को सस्पेंड कर दिया। पहली बार दून अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री ने अस्पताल में भर्ती मरीजों का हालचाल भी पूछा।
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सबसे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंचे। उन्होंने देखा कि एक भर्ती महिला को ग्लूकोज की खाली बोतल लगी थी और उसे देखने वाला कोई डॉक्टर या नर्स मौजूद नहीं था। यह देख सीएम का पारा चढ़ गया, उन्होंने डॉक्टरों को मौके पर बुलाया और महिला का ब्लड प्रेशर चेक कराया तो उसका बीपी 155 से अधिक था।
इसे देख सीएम का पारा और चढ़ गया और उन्होंने डॉक्टर समेत अन्य कर्मचारियों को भी जमकर खरी खरी सुनाई। इस दौरान सीएम को अस्पताल परिसर में साफ-सफाई की भी व्यवस्था नदारद दिखी। इसके अलावा भी सीएम को अस्पताल में कई खामियां नजर आईं। व्यवस्थाओं से नाराज सीएम ने ड्यूटी से लापता जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर मनीष व ध्रुवांचल को सस्पेंड कर दिया। जबकि मरीज की देखभाल न करने पर नर्स फातिमा को भी निलंबित कर दिया।
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सीएम ने डॉक्टरों से कहा कि जो मरीज गरीब हैं या इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ हैं, उनका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाए। ऑथरे वार्ड में शौचालय की व्यवस्था न होने पर मुख्यमंत्री ने उचित कार्रवाई के निर्देश दिए। बताया कि लापरवाही के संबंध में दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल को नोटिस भेजा जाएगा। यदि कोई बड़ी खामी सामने आती है तो संबंधित के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मरीजों से मिले सीएम: इस दौरान मुख्यमंत्री ने अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों से भी मुलाकात की। उन्होंने मरीजों से अस्पताल की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी लेते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।