अत्याधुनिक एकीकृत कन्ट्रोल रूम स्थापित कराया जाए: मुख्य सचिव
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्देश दिए कि जिस प्रकार प्रदेश स्तर पर श्रमिक एवं मजदूरों के कल्याण, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, लॉकडाउन का इन्र्फोसमेंट, राहत व्यवस्था, स्वच्छता सेनेटाइजेशन, जलापूर्ति, विद्युत आपूर्ति, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था, पशु चिकित्सा एवं आहार, पुलिस व्यवस्था, वित्तीय व्यवस्था एवं बैंक व्यवस्था तथा कृषि के सम्बन्ध में विभिन्न समितियां बनाई गयी हैं, उसी प्रकार की समितियां प्रत्येक जिले में वरिष्ठ जिलास्तरीय अधिकारी की अध्यक्षता में बनाई जाएं ताकि विकेन्द्रीकृत रूप से सभी कार्य प्रभावी रूप से चलते रहें।
उन्होंने सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए कि विभिन्न सूचनाओं को प्राप्त करने हेतु जिलाधिकारी से मांग करने के स्थान पर इन समितियों के अध्यक्षों एवं जिलास्तरीय अधिकारी से सूचनाएं प्राप्त की जाएं। मुख्य सचिव ने यह निर्देश समस्त मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्तों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को परिपत्र के माध्यम से दिए।
उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक जिले में एक अत्याधुनिक एकीकृत कन्ट्रोल रूम स्थापित कराया जाए जिसमें पर्याप्त संख्या में लैण्डलाइन, इन्टरनेट, कम्प्यूटर्स, टेलीविजन की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए ताकि इसके द्वारा त्वरित गति से कार्यों का सम्पादन किये जाने के साथ-साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि कन्ट्रोल रूम में सभी आवश्यक विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की 03 शिफ्टों में ड्यूटी लगाई जाए एवं इसे 24ग7 क्रियाशील कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि चिकित्सा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए आयुष विभाग, सेना एवं स्वास्थ्य विभाग के सेवानिवृत्त चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की सूची बनाकर उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण दिलाकर जहां भी आवश्यक हो उनकी सेवाएं ली जाएं।
श्री तिवारी ने निर्देश दिए कि किसी भी दशा में किसी भी प्रकार के सामूहिक धार्मिक आयोजन जिसमें भीड़ इक_ा हो, को कतई न होने दिया जाए। उन्होंने कहा कि धर्म गुरूओं के माध्यम से यह अपील कराई जाए कि समस्त धार्मिक कार्यों को व्यक्ति द्वारा अपने घरों में ही सम्पन्न किया जाए। उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक सपोर्ट हेतु आवश्यकतानुसार स्वयंसेवियों की व्यवस्था युवक मंगल दल, नेहरू युवा केन्द्र, राष्ट्रीय सेवा योजना, एन.सी.सी, एन.जी.ओ एवं शिक्षण संस्थाओं के सहयोग से सुनिश्चित करा ली जाए एवं उनका सहयोग डोर स्टेप डिलीवरी हेतु भी लिया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि आश्रय गृहों को पक्के व पर्याप्त बड़े भवनों में ही बनाया जाए न जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न उत्पन्न हो। उन्होंने कहा कि आश्रय गृहों को यथासंभव छोटे भवनों जैसे प्राइमरी स्कूलों में न बनाया जाए।मुख्य सचिव ने कहा कि सभी व्यक्तियों द्वारा मास्क का उपयोग किया जाना उचित होगा परन्तु जनसामान्य द्वारा ऐसे मास्क का प्रयोग किया जाए जो धुलाई योग्य एवं पुन: उपयोग किये जाने योग्य हों। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मास्कों को महिला स्वयं सहायता समूहों, कारागारों एवं एम.एस.एम.ई. इकाईयों द्वारा कम मूल्यों पर भी बनाया जा सकता है।
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी व्यक्तियों विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं एवं बच्चे जो होम क्वारन्टाइन में हैं उन्हें भोजन एवं खाद्यान्न व आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के राशनकार्ड नहीं बने हैं उनके राशनकार्ड भी बनवाए जाए। उन्होंने कहा कि महामारी की रोकथाम हेतु कई गैर सरकारी व्यक्ति एवं संस्थाए भी बहुत अच्छा सहयोग प्रदान कर रही हैं, उनकी सूची एवं उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों का विवरण संकलित कर सुरक्षित रखा जाए।