अपनी मदर इन लॉ से हर लड़की कहना चाहती है ये 11 बातें
शादी से पहले ही लड़की को उसकी मदर-इन-लॉ के बारे में कुछ इस तरह से हिदायतें दी जाती हैं जैसे वो लड़के की मां नहीं बल्कि कोई प्रतिद्वंद्वी हों. एक ओर जहां शादी से पहले लड़की से ये सारी बातें कही जाती हैं तो वहीं दूसरी ओर लड़के की मां को भी कुछ-कुछ ऐसा ही समझाया जाता है.
इन सारी बातों का नतीजा ये होता है कि शादी से पहले ही लड़की और उसकी होने वाली मदर इन लॉ के बीच एक दरार सी पड़ जाती है. शादी के बाद ये दरार खाई में तब्दील होती है या फिर भर जाती है, ये पूरी तरह लड़की और उसकी मदर इन लॉ की समझदारी पर निर्भर करता है. दोनों को ही ये समझने की जरूरत है कि वो एक ही डोर से बंधी हुई हैं और दोनों में से किसी एक को भी तकलीफ होगी तो तीसरे शख्स पर असर पड़ेगा.
तो ऐसे में प्यार से रहना ही बेहतर है… ताकि घर, घर ही बना रहे, जंग का मैदान नहीं. आमतौर पर हर लड़की अपनी मदर इन लॉ से ये 11 बातें कहना चाहती है. अगर लड़की अपनी इन बातों को प्यार से अपनी मदर इन लॉ से समझाए और मदर इन लॉ इन बातों को समझने की कोशिश करे तो जिंदगी वाकई गुलजार हो जाएगी…
1. मुझ पर भरोसा करें
प्यारी मदर इन लॉ…मैं जानती हूं कि मैं आपकी तरह हर काम को परफेक्ट तरीके से नहीं कर सकती लेकिन मैं थोड़ा-बहुत करना जानती हूं. जो नहीं जानती हूं, वो सीख रही हूं. तो प्लीज, मेरा भरोसा कीजिए.
2. मुझे बहू मानने से पहले एक इंसान के रूप में देखें
मैं जानती हूं कि आप मुझे एक आदर्श बहू के रूप में देखना चाहती हैं लेकिन आप प्लीज ये समझने की कोशिश कीजिए कि बहू बनने से पहले मैं एक इंसान हूं. आप मुझे पहले इंसान मानिए, बहू बाद में.
3. मुझे परफेक्ट मदर इन लॉ नहीं चाहिए
मां, आप परफेक्ट हैं या नहीं…इस बात से फर्क नहीं पड़ता. आप बस मेरे साथ अच्छे से रहें.
4. आपका बेटा, हमेशा आपका रहेगा
शादी हो गई तो क्या, आपका बेटा हमेशा आपका बेटा ही रहेगा. आपका उस पर पूरा हक है. लेकिन उसे कभी ऐसी सिचुएशन में मत डालें जिसमें उसे आपमें से और मुझमें से किसी एक को चुनना पड़े.
5. मैं आपसे नफरत नहीं करती
अगर आपको ये लगता है कि मैं आपसे नफरत करती हूं तो आप गलत हैं. मैं आपकी इज्जत करती हूं.
6. रिश्तेदारों की हर बात को सुनना और प्रतिक्रिया देना छोड़ दें
प्यारी मदर इन लॉ, ज्यादातर मौकों पर हमारी बहस का कारण हमारे रिश्तेदार ही होते हैं. ऐसे में उनकी हर बात को सुनना और मानना छोड़ दें.
7. मुझे भी परिवार का हिस्सा मानें
आप मुझसे चाहती हैं कि मैं इस परिवार को अपना मानूं जबकि आप हमेशा अपने बेटे को ही प्राथमिकता देती हैं. माना आप मुझे अपनी बेटी वाला प्यार नहीं दे सकतीं लेकिन अपने बेटे की पत्नी के रूप में तो स्वीकार कर ही सकती हैं.
8. हमारे मतभेद अलग हैं
हम दोनों दो किस्म के लोग हैं. ऐसे में हमारे बीच मतभेद होना लाजिमी है. इसका विवाद न बनाया करें.
9. मैं अपने बच्चों को अपने तरीके से पालना चाहती हूं
हो सकता है आपको मेरी ये बात बुरी लग जाए लेकिन मैं अपने बच्चों को अपने तरीके से परवरिश करना चाहती हूं.
10. मेरी जिंदगी के भी कुछ लक्ष्य हैं
मैं आपकी इज्जत करती हूं लेकिन मैं घर बैठने वाली आदर्श बहू नहीं बन सकती. मेरी जिंदगी में कई दूसरी अहम चीजें भी हैं. मुझे भी कोई मुकाम हासिल करना है.
11. आपका बेटा खुद ही समझदार है
प्यारी मदर इन लॉ, कभी भी ये मत सोचिएगा कि आपका बेटा मेरे सिखाने से कुछ बोलता है. उसके पास अपना दिमाग है और वो इसे इस्तेमाल करना जानता है.