अपने घर में बड़े-बुजुर्गों के लिए खाना बनाते समय इन चीजों का रखें ख़ास ख्याल…
आपके पास घर पर अगर दादा-दादी हैं, तो आप दुनिया के कुछ खुशनसीब लोगों में से एक हैं। पर इसी के साथ घर में रहने वाले लोगों की जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि बुजुर्गों का खास ख्याल रखना होता है। उनके खाने-पीने से लेकर रेगुलर चेकअप तक, हर चीज का बिना भूले ख्याल रखना पड़ता है। दरअसल बुजुर्गों की पोषण संबंधी आवश्यकताएं वयस्कों की तुलना में भिन्न होती हैं। उम्र के साथ पाचन क्रिया का कमजोर हो जाना और कम शारीरिक गतिविधि, पोषण और ऊर्जा आवश्यकताओं में लगातार बदलाव होता है। इसलिए बढ़ती हुई उम्र के साथ उनके आहार और जीवन शैली में संशोधन करने की आवश्यकता होती है। एक जवान व्यक्ति की तुलना में बुजुर्गों में कुछ पोषक तत्वों की आवश्यकता अधिक हो सकती है। वहीं आपको जितनी कैलोरी की आवश्यकता होती है, उन्हें इससे काफी कम कैलोरी की आवश्यकता हो सकती है। पर बुजुर्गों द्वारा ली जाने वाली प्रत्येक कैलोरी में उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पोषण तत्वों का ख्याल रखा जाना चाहिए। विटामिन बी 12, फोलेट, फोलिक एसिड, कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन बुजुर्गों को फिट एंड फाइन रखने के लिए जरूरी है। आइए हम आपको बताते हैं इसके बारे में।
बुजुर्गों के लिए 5 जरूरी पोषक तत्व:-
खाने में आयरन हो-
बुजुर्गों के शरीर को आयरन की आवश्यकता थोड़ी ज्यादा होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये हीमोग्लोबिन का उत्पादन करता है, जो फेफड़ों से ब्लड सर्कुलेशन के जरिये शरीर के बाकी हिस्सों तक ऑक्सीजन पहुंचाता है। जब बुजुर्ग लोग पर्याप्त आयरन का उपभोग नहीं करते हैं, तो ये उनके शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति को प्रतिबंधित करता है। इससे उनमें थकान बढ़ने लगती है। इसलिए ध्यान देने वाली बात ये है कि आप जब भी अपने बुजुर्गों के लिए खाना तैयार करें, उनमें पत्तेदार हरी सब्जियां, चुकंदर, प्रून, दाल, बीन्स, नट्स और बीजों को शामिल जरूर करें।
विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ दें-
मजबूत इम्यूनिटी के लिए शरीर द्वारा विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों की आवश्यकता होती है। विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थों में एस्कॉर्बिक एसिड मिलता है। शरीर के हर अंग के विकास, मरम्मत और इंफेक्शन से बचने के लिए शरीर को विटामिन- सी की आवश्यकता होती है। यह शरीर के कई कार्यों में शामिल है, जैसे कोलेजन का निर्माण, आयरन का अवशोषण, दांतों की रक्षा और हड्डियों और मांसपेशियों का रखरखाव। ये सभी कार्य बुजुर्गों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके लिए उन्हें आंवला, खट्टे फल, नींबू, बेल मिर्च, ब्रोकली, पपीता और स्ट्रॉबेरी विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ नियमित रूप से दें।
ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर भोजन दें-
दिल-स्वस्थ के लिए ओमेगा -3 फैटी एसिड बहुत महत्वपूर्ण हैं। अखरोट, फिश, सोयाबीन, चिया सीड्स और फ्लैक्ससीड्स ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों के उदाहरण हैं। इसके अलावा ओमेगा -3 फैटी एसिड सूजन को रोकने में मदद करता है। साथ ही ये हमारे बुजुर्गों के दिल के स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक हैं। इसलिए अगर आपके घर में बुजुर्ग हैं, तो आप इन चीजों को उनके दैनिक आहार का हिस्सा जरूर बनाएं।
कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ-
बुजुर्गों द्वारा मजबूत और स्वस्थ हड्डियों के लिए पर्याप्त कैल्शियम का सेवन आवश्यक है। हड्डियों के टूटने को रोकने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है। कैल्शियम शरीर को स्वस्थ हड्डियों को बनाने और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही ब्लड प्रेशर को भी बैलेंस रखता है। दरअसवल कैल्शियम की शरीर की आवश्यकता इतनी आवश्यक है कि यदि आप इसे आहार से पर्याप्त नहीं कर रहे हैं, तो ये शरीर से कैल्शियम को पुन: अवशोषित करना शुरू कर देता है, जिससे हड्डियां धीरे-धीरे माजुक हो जाती हैं। इस तरह ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए दूध और डेयरी उत्पादों, रागी, छोले और पत्तेदार हरी सब्जियों जैसे कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को बुजुर्गों की डाइट में जोड़ना बेहद जरूरी है।
फाइबर युक्त खान-पान-
उम्र बढ़ने के साथ पाचन तंत्र धीमा हो जाता है। पाचन संबंधी परेशानियां धीरे-धीरे बढ़ने लगती हैं। इसी कारण अक्सर बुजुर्गों में मल त्याग से जुड़ी परेशानी जैसे कब्ज आदि की समस्या बढ़ जाती है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने बुजुर्गों को फाइबर युक्त भोजन दें। इसके लिए आप उन्हें साबुत अनाज, नट और बीज, दाल और फलियां व फल और सब्जियां को आहार में सम्मिलित कर के उन्हें दे सकते हैं। इसके अलावा उनकी बीमारियों, दवाइयों और इंफेक्शन आदि का ख्याल रख कर उन्हें खाने-पीने को कुछ दें।