अपने जेहादी एजेंडे पर अाज भी कायम है अातंकी हाफिज सईद
लाहौर। लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक हाफिज सईद फिर से अपने जेहादी एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है। दस माह की नजरबंदी के बाद बाहर निकले हाफिज ने एक कांफ्रेंस करके अमेरिका की निंदा करते हुए कहा कि यरुशलम पर उसे अपने फैसले को वापस लेना चाहिए। अमेरिका ने हाल ही में यरुशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता दी है।
उल्लेखनीय है कि हाफिज सईद के सिर पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम है। अमेरिका उसे वैश्विक आतंकियों की सूची में शामिल कर चुका है। सईद का कहना है कि अमेरिका का कदम फिर से अरब समुदाय को एक नए युद्ध की तरफ ले जा रहा है। उनका कहना था कि यरुशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देना मुस्लिम समुदाय के खिलाफ युद्ध का सीधा एलान है। हमें सरकार की तरफ नहीं देखना चाहिए, बल्कि लोगों को जागरूक करना होगा। मुस्लिम समुदाय को सलाहुद्दीन अयूबी की जरूरत है। 12 वीं सदी के लड़ाके की बात करते हुए उन्होंने कहा कि किसी और में यरुशलम को आजाद कराने की हिम्मत नहीं है। सईद का कहना था कि कश्मीर में आजादी की लड़ाई जारी रहेगी, भारत इसे दबा नहीं सकता।
गौरतलब है कि 2008 के मुंबई हमलों के लिए सईद ही जिम्मेदार था। पिछले माह जब उसे रिहा किया गया तब व्हाइट हाउस ने पाक सरकार को कहा कि उसे तत्काल दोबारा हिरासत में लिया जाए, लेकिन फिलहाल पाक सरकार ने अमेरिकी फरमान को नजर अंदाज कर रखा है। हाफिज लगातार जनता से संवाद कायम कर रहा है।