अपने नन्हे मुन्ने को बुरी नजर से बचाने के लिए करे ये टोटके, नहीं होगी फिर कोई परेशानी
भगवान श्रीकृष्ण के बारे में तो आपने कई सारी कहानियां सुनी होगी, जिसमें से एक कहानी यह भी सुनी होगी कि जब बाल गोपाल अपने बचपन का समय जी रहे थें उस दौरान वो अक्सर ही गौसेवा में ज्यादा समय देते थें तभी तो उनका नाम बाल गोपाल पड़ा। बाल्यावस्था में ही श्रीकृष्ण की मां पूतना के वध के बाद गोपियां श्रीकृष्ण के अंगों पर गोमूत्र, गोरज व गोमय लगा कर शुद्धि करती हैं क्योंकि उन्होंने पूतना के मृत शरीर को छुआ था और गाय की पूंछ को श्रीकृष्ण के चारों ओर घुमाकर उनकी नजर उतारती हैं। कहा जाता है कि तीनों लोकों के कष्ट हरने वाले श्रीकृष्ण के अनिष्ट हरण का काम गाय करती है। इतना ही नहीं जब भी कभी श्रीकृष्ण पर कोई संकट आया, नंदबाबा और यशोदा माता ब्राह्मणों को स्वर्ण, वस्त्र तथा पुष्पमाला से सजी गायों का दान करते थे।
इसके अलावा भी आज हम आपको कुछ अन्य उपाय बताने जा रहे हैं जो आपके बच्चे की बुरी नजर को खत्म करेगी
कई बार ऐसा होता है बच्चे खूब पढ़ने के बाद भी उनको सफलता नहीं मिल पाती है, ऐसे में कुछ उपाय कारगर बताए गए हैं। कहा तो यह भी जाता है कि अगर पढ़ाई में अच्छे नंबर चाहिएं तो एक छोटी इलायची को दूध में उबालकर सात सोमवार किसी भी गरीब को पिला दें। ऐसा करने से पढ़ाई का अच्छा फल मिलेगा।
इसके अलावा मिर्च, राई व नमक का प्रयोग कर आप नजर दोष को दूर कर सकते हैं, इसे लेकर पीड़ित व्यक्ति के सिर से वार कर आग में जला दें। ऐसा करने से चंद्रमा जब राहू से पीड़ित होता है तब नजर लगती है। इतना ही नहीं मिर्च मंगल का, राई शनि का और नमक राहू का प्रतीक है। इन तीनों को आग डालने से नजर दोष दूर हो जाता है।
गुरुवार को राई का दान करने से पूरा दिन शुभ रहता है। इसके अलावा नमक, राई, राल, लहसुन, प्याज के सूखे छिलके व सूखी मिर्च अंगारे पर डालकर उस आग को रोगी के ऊपर सात बार घुमाने से बुरी नजर का दोष मिट जाता है।