अपने बच्चों को बचपन से ही दें ऐसा आहार, उम्रभर रहेंगे हेल्दी
अगर बच्चों को शुरू से अच्छा खाना खिलाया जाए तो उम्र के साथ-साथ उनका शारीरिक विकास भी होगा. साथ ही वे हेल्दी भी रहेंगे और गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं. ऐसे आपको भी कुछ चीजों के ध्यान रखना चाहिए. हम यहां बता रहे हैं कि छोटी उम्र में ही उन्हें क्या खिलाना चाहिए और क्या नहीं. अगर बच्चा कमजोर है और खाने को अनमना रहता है तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही उसका डाइट प्लान बनाएं.
– बच्चे के आहार में हरी सब्जियां, अंकुरित अनाज खाना ज्यादा डालना चाहिए. भले ही वे इसे खाना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन उनकी सेहत के लिए यह जरूरी चीज है.
– बच्चों को डेकोरेटिव चीजें काफी अट्रैक्ट करती हैं. इसलिए जब भी उन्हें कुछ खाने को दें. कुछ हेल्दी चीजों से खाने को डेकोरेट कर दें. ऐसा करने से वे दिलचस्पी लेकर दी गई चीजें खाएंगे.
– अगर आप रोटियां बनाने से पहले आटा चालते/छानते हैं तो ऐसा बिलकुल न करें. चोकर में बहुत फायदेमंद चीज है. वहीं उन्हें खाने में दलिया, क्विनोओ या ब्राउन ब्रेड भी दे सकते हैं. चोकर या छिल्कायुक्त अनाज विटामिन-B और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो बच्चे का पेट भरने के साथ ही उनके पाचन को सुधारते हैं.
– कोशिश करें कि बच्चों की डाइट में सी फूड, अंडे, लीन मीट, मुर्गी, फलियां, मटर, दूध, दाल, सोया आदि चीजें शामिल करें. ये चीजें प्रोटीन का सबसे बढ़िया स्रोत हैं. यह प्रोटीन ऊत्तकों की मरम्मत, हीमोग्लोबिन बनाने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और मांसपेशियों को विकसित करती हैं.
– फल खाने में बच्चे सबसे ज्यादा जिद करते हैं जबकि इससे उन्हें भरपूर पोषक तत्व मिलते हैं. ऐसे में कोशिश करें कि उन्हें खेल-खेल में फल खिला दें.
– अगर वे फल खाने में भी मुंह बनाते हैं तो उन्हें जूस दें, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि जूस घर का ही बना हो. क्योंकि बाजार वाला डिब्बाबंद जूस में ढेर सारी चीनी होती है. जो उन्हें नुकसान पहुंचा सकती है.
– बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए मटर, बींस, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां खिलाएं. ये विटामिन्स, मिनरल और आयरन से भरपूर होती हैं.
– दूध, दही, पनीर आदि कैल्शियम के अच्छे स्रोत हो सकते हैं. जो शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाते हैं. बच्चों के लिए गाय और बकरी के दूध का सेवन ज्यादा लाभदायक होता है.
– ट्रांस फैट वाले भोज्य पादार्थ सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं, जैसे उच्च वसा वाले दूध, रेड मीट और मुर्गी आदि. संतृप्त वसा युक्त आहार के बजाय विटामिन ई और आवश्यक फैटी एसिड युक्त सब्जियों, नट ऑयल और सी फूड का सेवन करें. स्वास्थयपरक फैट नट्स, ऑलिव और एवोकैडो में पाए जाते हैं.
– गर्मियों में बच्चों को लिक्विड डाइट दें. इससे उनका शरीर हाइड्रेट रहेगा. उनके आहार में दही, पुदीना, खरबूज, तरबूज और गुलकंद शामिल कर सकते हैं.
कम उम्र के बच्चों को क्या नहीं खिलाना चाहिए.
– आजकल बाजार में मिलने वाली खाने की चीजें बच्चों को बहुत पसंद आती हैं. कई पैरेंट उन्हें घर से ज्यादा ऐसी बाजारू चीजें खिलाने से पीछे नहीं हटते हैं. जबकि ऐसी चीजें ऐडेड शुगर वाली होती हैं. बच्चों के लिए ये चीजें उनके शरीर में धीमे जहर का काम करती हैं.
– प्रिजर्व्ड फूड, चॉकलेट्स, कैंडी, ब्राउन सुगर को बच्चों के आहार में शामिल न ही करें तो बेहतर होगा. इससे उनके दांतों में कैविटी की आशंका होती है और आगे चलकर सिर दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं.