अब सिर्फ लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर व गोरखपुर में कोरोना कर्फ्यू
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या छह सौ से कम हो गई है। अब सिर्फ लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर और गोरखपुर में ही कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा। इसके साथ ही प्रदेश के 71 जिले कोरोना कर्फ्यू मुक्त हो गए। हालांकि, शनिवार व रविवार को सभी जिलों में पहले के आदेशों के अनुसार साप्ताहिक बंदी लागू रहेगी।
वहीं, बीते 24 घंटों में प्रदेश में एक हजार 100 नए मामले आए हैं जबकि 2446 मरीज डिस्चार्ज होकर घर वापस गए हैं। प्रदेश में इस समय सक्रिय मामलों की संख्या 17 हजार 944 है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना को नियंत्रित करने के ‘ट्रिपल टी’ अर्थात टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की नीति पर काम कर रही है। प्रदेश में हर रोज तीन लाख से ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं।
प्रदेश का ओवरऑल कोरोना पॉजिटिविटी रेट 3.3 प्रतिशत वहीं रिकवरी रेट 97.7 प्रतिशत है। प्रदेश में अब तक 2 करोड़ 2 लाख 34 हज़ार 598 लोगों का टीकाकरण हो चुका है जिसमें युवाओं की संख्या 30 लाख से ज्यादा है। वहीं उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बेटियों के लिए विशेष टीकाकरण अभियान सोमवार से शुरू हो रहा है। इसके लिए सभी 75 जिलों में पिंक बूथ बनाए जाएंगे। इन बूथों पर सिर्फ महिलाओं का ही वैक्सीनेशन होगा और महिला कर्मचारियों की ही तैनाती होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-9 के साथ हुई बैठक में पिंक बूथ की तैयारी के निर्देश दिए हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री के निर्देश पर 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के अभिभावकों के लिए विशेष बूथ बनाए गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश की 25 करोड़ की आबादी को बचाने में यहां के श्रमिकों ने अपनी जान को दांव पर लगाकर अहम योगदान दिया है। श्रमिकों की मेहनत का नतीजा है कि नई प्रयोगशालाएं स्थापित हुई हैं। कोरोना काल में सैनिटाइजर, मास्क व पीपीई किट का निर्माण चुनौती थी। इसमें श्रमिकों के योगदान को नकारा नहीं जा सकता है। उधर, मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने पिछले साल 54 लाख श्रमिकों-कामगारों को राशन व भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध कराया था। इस साल भी श्रमिक, कामगार, स्ट्रीट वेंडर जैसे रोजाना कमाकर जीविका चलाने वाले लोगों को भरण-पोषण भत्ता दिया जा रहा है।