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अमरनाथ यात्रा के दर्शन करने जाए तो जरुर करें ये तैयारियां, नहीं होगी थकान

amarnath-yatra-1437637501एजेंसी/ आप अमरनाथ की यात्रा पर जा रहे है तो गौर कर लें ताकि आपका सफ़र उर्दू वाला सफ़र ही रहे, अंग्रेजी वाला सफ़र  न बन जाए। इसके लिए आपकों यात्रा में जाने के कई दिनों पहले तैयारी शुरू कर देनी चाहिए ताकि आपकी यात्रा बेहद सुखद बन सके। आपकों यात्रा के दौरान थकान भी नहीं होगी और दर्शन भी मजेदार होंगे। 

48 दिन की है इस बार यात्रा 

इस बार अमरनाथ की यात्रा गतवर्ष की तुलना में 11 दिन कम होंगी। इस बार यह यात्रा 59 दिनों की बजाय 48 दिनों तक ही चलेगी। खास बात यह है कि इस बार 2 जुलाई को आरंभ होने वाली अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वाले का तंदुरुस्त होना भी जरूरी होगा। अर्थात बिना मेडिकल फिटनेस और मेडिकल सर्टिफिकेट के कोई भी श्रद्धालु इसमें शामिल नहीं होगा। 

इस बार दोनों रास्तों पर यात्रियों की संख्या पर भी बंदिश लागू की गई है। पहलगाम और बालटाल मार्गों से 7500-7500 श्रद्धालुओं को ही प्रतिदिन यात्रा करने की अनुमति मिलेगी। इसमें हेलीकॉप्टर सेवा का इस्तेमाल करने वालों को शामिल नहीं किया गया है। वैसे इस बार अमरनाथ यात्रा 2 जुलाई से आरंभ होकर 18 अगस्त तक कुल 48 दिनों तक चलेगी। 

आपको बता दे पिछले साल 2015 में अमरनाथ यात्रा दो जुलाई को पुरुषोत्तम पूर्णिमा को शुरू हुई थी। 59 दिन की यह यात्रा 29 अगस्त श्रावण पूर्णिमा तक चली थी। साल 2015 में 3 लाख 52 हजार 711 श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे। इस बार अमरनाथ यात्रा में साढ़े सात लाख लोगों को न्योता दिया गया है। 

पहले ही बनवा ले मेडिकल

अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले कई श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण हर साल मौत के बढ़ते मामलों को देखते हुए यात्रा का प्रबंधन करने वाले श्राइन बोर्ड ने फैसला किया है कि अब से यात्रा के लिए पंजीकरण कराने के समय श्रद्धालुओं को चिकित्सा प्रमाणपत्र दिखाना होगा। इस लिए यात्रियों को पहले ही किसी पंजीकृत चिकित्सक से चिकित्सा प्रमाण-पत्र बनवा लेना चाहिए। 

पहले से ही बनाएं सफ़र की योजना: 

यात्रा पर जाने से पहले हर पहलु को ध्यान में रखकर एक अच्छी योजना पर अवश्य कार्य कर लें। जैसे सबसे पहले हमारे पास उपलब्ध दिनों की संख्या, यात्रा के निम्न सामग्री की तैयार साधनों की सुलभता आदि को ध्यान में रखकर एक यात्रा क्रम बना लें। 

यात्रा के दौरान यह सामान साथ ले जाना ना भूले

1. कपड़े, कुर्ता-पजामा, टॉवेल 2. साबुन, तेल-कंघा, 3 जूते-मोजे, 4. उनी गर्म कपड़े 5. मोबाइल, घड़ी, एटीएम कार्ड, पावर फूल टॉर्च, कैमरा 6. रेलवे रिजर्वेशन टिकिट जाने व् आने का। 7. आपकी पासपोर्ट साइज़ कम से कम 6 फोटो। 

इनकी आपको कभी भी जरूरत पड़ सकती है- 8. आपका फोटो पहचानपत्र जैसे ड्राइविंग लाइसंस या पेन कार्ड या आधार कार्ड या इलेक्शन कार्ड तथा इनकी कम से कम 3 ज़ेरॉक्स कॉपी अवश्य साथ रखे। 9. ट्रेकिंग बैग जो वाटर प्रूफ हो। बारिस होने पर बेग को ढंकने के लिए प्लास्टिक कवर भी साथ रखे। 

इन बातों का रखे ख्याल: — 

-यात्रा पर जाने से पहले रोजाना 4—5 किलोमीटी पैदल चलने की आदत बना ले। इससे यात्रा के दौरान थकान नहीं होगी। 

-शरीर में आक्सीजन दक्षता बढ़ाने के लिए नियमित व्यायाम, योगासन आदि करना शुरू कर दे। 

— यात्रा के दौरान महिलाएं साडी एवं लहंगा औढनी की जगह सलवार सूट पैंट शर्ट या ट्रेक सूट पहले जाए तो बेहत्तर होगा। 

— यात्रा पर जाने से पहले अपना मेडिकल चैकअप जरुर करवा ले। बिना चैकअप के जाना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। 

— जहाँ तक संभव हो सके आप मार्ग के नजदीक ही अपना टेंट का चयन करें। 

— मार्ग के किनारे पर लगे चेतावनी बोर्ड पर लिखे निर्देशों का पालन करें। 

— यात्री निर्धारित मार्ग से ही यात्रा करें, जल्दी पहुंचने के चक्कर में शोर्टकट रास्ता न अपनाए, ये आपके लिए कष्टदायी हो सकता है। 

— यात्रा में आरामदायक लेस वाले जूतों का ही प्रयोग करें चप्पल कतई नहीं पहने। 

— 2500 फीट उंचाई पर पहुंचने पर सिर दर्द, जी मिचलाना, उल्टी होना, भूख बंद होना जैसी बिमारियों के लक्षण दिखाई देने लगते है। इनके बचाव की दवाइयां साथ रखनी चाहिए। 

— हो सके तो जिस मार्ग से यात्रा यात्रा करनी है उस मार्ग का नक्शा अपने साथ ले ले।

 — यात्रा के दौरान सेना द्वारा बताये गए निर्देशों का सख्ती से पालन करें। जम्मू से पहलगाम या बालटाल तक की आने व जाने की यात्रा सिर्फ सरकारी बेस कैंप से व सरकारी बसों में ही करें।

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