अमेरिका ने भारत को 3 मूर्तियां लौटाई
न्यूयॉर्क। अमेरिका और भारत के बीच इन दिनों चल रहे कूटनीतिक गतिरोध के बीच अमेरिका ने तीन अतिवांछित प्राचीन शिल्पकृतियां भारत को लौटा दिया है। भारत में इन प्राचीन मूर्तियों की कीमत 15 लाख डॉलर से अधिक बताई गई है। लौटाई गई वस्तुओं में वर्ष 2००9 में एक भारतीय मंदिर से चोरी हुई 35० पौंड वजनी बालुआ पत्थर की मूर्ति सहित इंटरपोल की शीर्ष दस सर्वाधिक वांछित कलाकृतियों की सूची में शामिल कलाकृति शामिल है। ये चीजें मंगलवार को भारतीय वाणिज्य दूतावास में एक आयोजन में महावाणिज्यदूत ज्ञानेश्वर एल. मुले को लौटाई गईं। आव्रजन एवं सीमाशुल्क प्रवर्तन (आईसीई) के होमलैंड सिक्योरिटी इंवेस्टिगेशंस (एचएसआई) के कार्यकारी निदेशक जेम्स ए. डिंकिंस ने मुले को प्राचीन शिल्पकृतियां लौटाईं। इस मौके पर उनके साथ इंटरपोल वाशिंगटन के निदेशक शॉन ब्रे मौजूद थे। डिंकिंस ने कहा ‘‘अमूल्य प्राचीन वस्तुओं की बरामदगी और इन कीमती चीजों को लौटाने का यह संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच उत्कृष्ट अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का उदाहरण है।’’ वहीं मुले ने कहा ‘‘हाल में भारतीय प्राचीन शिल्पकृतियों की बरामदगी भारत और अमेरिका के बीच पुरावशेषों में अवैध व्यापार रोकने के लिए महत्वपूर्ण सहयोग के रूप में उभरी है।’’ उल्लेखनीय है कि हाल ही में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को अमेरिका से स्वदेश भारत भेज दिया है। इसके तत्काल बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक अमेरिकी राजनयिक को भारत से अमेरिका लौटने के लिए कह दिया था।