लखनऊ। यूपी में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं महौल गर्म होने लगा है। सभी पार्टियां अपना-अपना चुनावी लॉलीपॅाप देने में लगी हैं। सपा पार्टी ने तो स्मार्टफोन बांटने का दावा कर दिया है और कांग्रेस पार्टी किसानों की हमदर्द बन चुकी है। अब सबसे मुख्य और चर्चा का कारण है बीजेपी जिसने अभी तक अपना सीएम चेहरा भी नहीं बताया है।
लेकिन भाजपा के कुछ नेता चुनाव से पहले फिर राम नाम की राजनीति करने में लग गये हैं। सुब्रमण्यम स्वामी कहते हैं कि बीजेपी ने राम मंदिर का मुद्दा उठाया तो यूपी में जीत पक्की। जीत हुई नहीं और ये नेता राम नाम के दम पर जीत का बिगुल बजाए जा रहे हैं।
शिवसेना पूछ रही है कि राम मंदिर का निर्माण अब नहीं करोगे तो कब करोगे। सीएम नीतीश कुमार भी यही सवाल पूछते हैं कि राम के नाम पर कब तक राजनीति करोगे। राशिद अल्वी ने कहा, अब ज्यादा दिन तक जनता को मूर्ख नहीं बना सकती बीजेपी।
लेकिन भाजपा पार्टी तो इतने जोश में है कि कह रही है कि जय श्रीराम का नारा लगाया तो कानून बनाकर राम मंदिर भी बनावा लेंगे। यह बात तोगड़िया ने अपने एक बयान में कही। कुल मिलाकर भाजपा यूपी के चुनाव के लिए तैयार है और मुद्दा एक ही है ‘राम’ और अयोध्या का राम मंदिर। सभी एक सुर में कहे जा रहे हैं :-