नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट पर जवाब देते हुए कहा है कि ‘केजरीवाल हिस्टीरिया की हद तक पहुंच जाते हैं।’ किसी तरह के घोटाले की बात को नकाराते हुए जेटली ने यह भी पूछा कि केजरीवाल दाग़ी अफसर को क्यों बचा रहे हैं और दरअसल डीडीसीए विवाद असली मुद्दे से भटकाने की कोशिश भर है।
इस मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी जेटली द्वारा आयोजित की गई जिसमें उन्होंने साफ किया की डीडीसीए मामले की जांच यूपीए के कार्यकाल में हुई थी और जांच में किसी तरह की गंभीर गड़बड़ी सामने नहीं आई थी। वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि कई सालों से उनका क्रिकेट से कोई रिश्ता नहीं रहा है, फिर वो बीसीसीआई हो या फिर दिल्ली क्रिकेट। आरोपों का खंडन करते हुए जेटली ने कहा कि उनके सार्वजनिक जीवन पर आज तक किसी ने उंगली नहीं उठाई।
सरकारी कंपनी ने बनवाया स्टेडियम
जेटली ने अपने फेसबुक और फिर मीडिया से बातचीत में कहा कि बाकी महंगे स्टेडियम की तुलना में डीडीसीए ने 114 करोड़ में एक शानदार स्टेडियम बना जिसे सरकारी कंपनी ने ही बनाया। दिल्ली के सीएम की भाषा पर टिप्पणी करते हुए जेटली ने कहा कि पीएम मोदी पर इस्तेमाल की गई केजरीवाल की भाषा मंज़ूर नहीं है। यही नहीं संघवाद पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि संघवाद एकतरफा नहीं चलता और खुद केजरीवाल की भाषा भी संघवाद के खिलाफ है।
आम आदमी पार्टी के आरोप
डीडीसीए में भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि दिल्ली सचिवालय में रेड के पीछे वित्तमंत्री अरुण जेटली का हाथ है। पिछले 15 सालों में डीडीसीए में जेटली की सहमति से भ्रष्टाचार हुआ। सिलेक्शन से लेकर जिलों में फर्जीवाडा़, नियुक्तियों से लेकर पैंसों के लेन-देन में गड़बड़ी की गई है। हमारे वित्तमंत्री की देखरेख में करोड़ों का भ्रष्टाचार किया गया है।
डीडीसीए के उपाध्यक्ष चेतन चौहान का जवाब
डीडीसीए के उपाध्यक्ष चेतन चौहान ने कहा कि जो भी आरोप लगे हैं, वे सभी बेबुनियाद हैं। डीडीसीए में किसी तरह की वित्तीय गड़बड़ी नहीं हुई। हम कुछ छुपाना नहीं चाहते। हम चाहते हैं पूरी पारदर्शिता के साथ काम हो। डीडीसीए गैर-कानूनी तरीके से काम नहीं कर रहा। अरुण जेटली के वक्त कुछ भी गलत नहीं हुआ। जेटली के बाद के अध्यक्ष की हमने शिकायत की। हम किसी को बचा नहीं रहे हैं।
‘आप’ के आरोपों पर चौहान ने कहा, स्टेडियम 114 करोड़ रुपये में बना है। मुंबई और चेन्नई का स्टेडियम करीब 300 करोड़ रुपये में बना है। हमने तो दूसरों के मुकाबले कम खर्च में काम किया है। फ्लड लाइट लगाने में 1.65 करोड़ रुपये खर्च हुए। जेटली की वजह से इतना अच्छा स्टेडियम बना।