अलर्ट! बिना डॉक्टर से पूछें न लें खांसी सिरप
खांसी होने पर सामान्यत: हम कैमिस्ट से कफ सिरप ले आते हैं। लेकिन इनका प्रयोग विशेषज्ञ की सलाहानुसार ही किया जाना चाहिए क्योंकि यह अलग-अलग कारणों से विभिन्न प्रकार की हो सकती है।
एंटीबायोटिक: बैक्टीरिया के संक्रमण से खांसी होने पर इसे एंटीबायोटिक से नियंत्रित किया जाता है। कफ सप्रेसेंट्स: ये दवाएं कफ के लिए असरदार हैं।
एंटी-हिस्टामाइन्स: एलर्जी, खाने की चीज या दवा के रिएक्शन से खांसी होने पर एंटी-हिस्टामाइन्स कारगर मानी जाती है।
एक्सपेक्टोरैंट्स: वैट-कफ से परेशानी होने पर एक्सपेक्टोरैंट्स टैबलेट या सिरप उपयोगी हैं।
ब्रोंकोडाइलेटर्स: ये अस्थमा के रोगियों को दी जाती हैं। खांसी की वजह से प्रभावित श्वासनली को आराम पहुंचाती हैं।
डीकंजेस्टेंट: नाक बंद होकर खांसी होने पर डीकंजेस्टेंट दवाएं काम करती हैं। ये सूजी हुई रक्त वाहिकाओं और ऊत्तकों को सिकोड़कर कंजेस्टेंट से राहत पहुंचाने वाली दवाएं हैं।