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अशरफ गनी की जीत के बाद ये दो देश अफगनिस्तान के साथ कर सकते है काम

काबुल: अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव में दोबारा अशरफ गनी ने जीत दर्ज की है। इसके बाद यूएन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि वह भविष्य में अफगान प्रशासन के साथ काम करने को तैयार हैं। यह बयान यूनाइटेड नेशन असिस्टेंट मिशन इन अफगानिस्तान (UNAMA) ने जारी किया है। बता दें कि UNAMA एक राजनीतिक यूएन मिशन है। इसकी स्थापना अफगानिस्तान सरकार के अनुरोध के बाद की गई थी। अफगानिस्तान में स्थायी शांति और विकास की नींव रखना इसका लक्ष्य है।

यूएन अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन का स्वागत करता है। यूएन की तरफ से एक बयान में कहा गया है कि अफगानिस्तान में भारी दवाब के बाद भी लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए वहां की जनता ने अपने मत का प्रयोग किया।

बता दें कि UNAMA का बयान उस वक्त आया है जब अफगानिस्तान इलेक्शन कमीशन ने साल 2019 में सितंबर महीने में हुए राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम का एलान किया था। इस चुनाव परिणाम में चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया था कि अशरफ गनी ने 50.64 फीसद वोट हासिल किए। वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी और राष्ट्रीय एकता पार्टी के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला, 39.52 फीसद वोट हासिल करके दूसरे स्थान पर रहे।

बता दें कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के तौर पर अशरफ गनी का ये दूसरा कार्यकाल है। चुनाव आयोग ने मंगलवार को 28 सितंबर 2019 में हुए चुनाव के अंतिम जारी किए। वहीं दूसरी और चुनाव में हार का सामना करने वाले अब्दुल्ला ने कहा कि इस चुनाव में धांधली हुई है।

EU ने भी अशरफ गनी को दी बधाई

बुधवार को यूरोपियन यूनियन (EU) के प्रतिनिधि जोसेप बोरेल (Josep Borrell) ने भी अफगिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी को जीत की बधाई दी थी। उन्होंने भविष्य में अफगान के साथ काम करने की इच्छा जताई है।

चौथी बार हुआ था राष्ट्रपति चुनाव

बता दें कि 2001 के अंत में तालिबान शासन के पतन के बाद से यह अफगानिस्तान का चौथा राष्ट्रपति चुनाव था। इससे पहले भी इस राष्ट्रपति चुनावों के प्रारंभिक परिणामों की घोषणा पिछले साल दिसंबर में की गई थी, जिसमें गनी ने पहला स्थान हासिल किया था, जबकि अब्दुल्ला दूसरे स्थान पर रहे थे।

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