कहा जाता है कि उसके बाद रावण के शव को नागकुल के लोग अपने साथ ले गए, क्योंकि उन्हें पूर्ण विश्वास था कि रावण की मौत क्षणिक है, वो फिर से जिंदा हो जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इसके बाद उन्होंने रावण के शव को ममी बना दिया, ताकि वो सालों तक सुरक्षित रहे।
रिसर्च में यह भी खुलासा किया गया है कि रावण की अशोक वाटिका कहां थी और उसका पुष्पक विमान कहां उतरता था। इसके अलावा रिसर्च में भगवान हनुमान के पैरों के निशान खोजने का भी दावा किया गया है। हालांकि इन सभी चीजों की प्रमाणिकता अभी तक सिद्ध नहीं हुई है।