आज है बड़ा मंगलवार रात को बोले सिर्फ 2 शब्द का ये प्रभावशाली मन्त्र, आपकी हर मनोकामना होगी पूरी
परंपरागत रूप से हनुमान को बल, बुद्धि, विद्या, शौर्य और निर्भयता का प्रतीक माना जाता है.संकट काल में हनुमानजी का ही स्मरण किया जाता है. इसलिए वह संकटमोचन कहलाते हैं|कुंडली का कोई भी ग्रह ऐसा नहीं है जो हनुमान जी की प्रसन्नता के बाद आपको परेशान कर सके|आप बस दिल में हनुमान जी का स्वरुप उतारिये और देखिये फिर कैसे आपको हनुमान जी दर्शन देते हैं|गायत्री मंत्र को दुनिया का सबसे आसान मंत्र माना जाता है लेकिन गायत्री मंत्र से भी अधिक असरदार हनुमान चालिस और बजरंग बाण को माना जाता है.
ऐसे तो हनुमान जी के कई मंत्र प्रचलित हैं लेकिन ऐसे कई मंत्र है जो कभी खाली नहीं जाते और उन्हीं मंत्रों में से एक है बजरंग बाण. जिस भी घर,परिवार में बजरंग बाण का नियमित पाठ,अनुष्ठान होता है वहां दुर्भाग्य, दारिद्रय,भूत-प्रेत का प्रकोप और असाध्य रोग,शारीरिक कष्ट कभी नहीं सतातेतो ऐसा बोला गया है कि हनुमान बाण का पाठ करने से व्यक्ति के बड़े से बड़े दुःख, पलभर में खत्म हो जाते हैं,लेकिन अगर वहीँ हनुमान बाण का सही से पाठ ना किया जाये तो इसका कोई भी फायदा व्यक्ति को नहीं मिल पाता है|
समयाभाव में जो व्यक्ति नित्य पाठ करने में असमर्थ हो,उन्हें कम से कम प्रत्येक मंगलवार को यह पाठ अवश्य करना चाहिए। बजरंग बाण का नियमित सम्पूर्ण पाठ किसी भी जातक के जीवन में व्याप्त सम्पूर्ण कष्ट, घोर संताप को हरने में सक्षम है.कोई भी बजरंग बाण का जाप कर सकता है जब स्वास्थ्य अच्छा नहीं होता है और कारण ज्ञात नहीं होता है या मंगल दोष होता है और इससे समस्या पैदा होती है या यदि आप ऋणात्मक ऊर्जा के कारण ऋण और मुकदमेबाजी समस्या या असाध्य रोग, शारीरिक कष्ट, मानसिक अशांति, व्यापार में रुकावट होने पर श्रीराम के परमभक्त मंगलमूर्ति मारुति नंदन श्री हनुमान जी की सेवा व पूजा से लाभ मिलता है। श्री हनुमान जी की उपासना के समय बजरंग बाण का विधिपूर्वक श्रद्धाभाव से पाठ करना विशेष फलदायी होता है।
इच्छाओं को पूरा करने के लिए बजरंग बाण के संकल्प को लें। मंगलवार या शनिवार को बजरंग बाण शुरू करें। एक घी का दीपक जलाइए। लाल या नारंगी रंग कपड़े पहनें। लाल या कुश बेंच पर बैठें और हनुमान का ध्यान करें। शुद्ध गूगल की धूनी, धूप, लाल रंग के पुष्प, लाल चंदन या रोली आदि से हनुमानजी की ध्यान मग्न होकर उपासना करते हुए बजरंग बाण का पाठ शुरू करें। एक ही बैठक में बजरंग बाण का 108 बार पाठ करना ज्यादा लाभ देता है। पाठ के दौरान शुद्धता का विशेष ध्यान रखें । बजरंग बाण का जाप करने के बाद लड्डू या गुड़ का दान करें।
सुंदरकांड का पाठ भी है अचूक रामबाण उपाय
बजरंग बाण के अलावा सुंदरकांड का पाठ भी बड़ी से बड़ी समस्या को हल कर देता है। इसका पाठ मंगलवार सुबह या शनिवार को सायं आरती के बाद करना चाहिए। प्रयोग भी बहुत ही आसान है। हनुमानजी की प्रतिमा या चित्र की पूजा-अर्चना करें, उन्हें पुष्प, धूप, दीपक, नैवेद्य आदि समर्पित करें। तत्पश्चात भगवान श्रीराम जानकी लक्ष्मण सहित शिव वंदना कर पाठ आरंभ करें।पाठ के दौरान देसी घी का दीपक लगातार जलता रहना चाहिए। पाठ की समाप्ति के बाद भगवान से जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा मांगे और अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।