आठ साल बाद चीन के पास होगा इकलौता अंतरिक्ष केंद्र
बीजिंग। चीन 2024 तक अंतरिक्ष में एक बड़ी छलांग लगाने की तैयारी कर रहा है। उस समय उसके पास अपना और दुनिया का इकलौता अंतरिक्ष केंद्र होगा। मौजूदा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र की समयसीमा उस समय पूरी हो चुकी होगी।
यह जानकारी चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीएएससी) के चेयरमैन ली फेनपी ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि 2024 तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र संभवतः सेवा में नहीं रहेगा। उस समय चीन एकमात्र ऐसा देश होगा जिसका खुद का अंतरिक्ष केंद्र होगा। इसके साथ ही रूस के बाद यह सफलता हासिल करने वाला वह दूसरा देश बना जाएगा।
ली के हवाले से न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि चीन की योजना 2018 तक अंतरिक्ष केंद्र के प्रयोगात्मक मॉडल का प्रक्षेपण करने की है। चीन ने हाल ही में अपनी दूसरी अंतरिक्ष प्रयोगशाला का सफल प्रक्षेपण किया है।2022 तक मानवयुक्त अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना के तहत उसने यह प्रक्षेपण किया था।
अगले साल तक वह ऐसा अंतरिक्ष यान विकसित कर लेगा जो अंतरिक्ष केंद्र तक रसद की आपूर्ति में सक्षम होगा। गौरतलब है कि चीन ने 1992 में त्रिस्तरीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की रणनीति तैयार की थी। मानवयुक्त अंतरिक्ष केंद्र की स्थापना इसका अंतिम चरण है।
फैल रही बर्फ की गुफा
चीन की सबसे बड़ी बर्फ की गुफा का अब भी विस्तार हो रहा है। तीस लाख साल पुरानी यह गुफा उत्तरी शांक्सी प्रांत के निनगू काउंटी की लुआ माउंटेन में है। फेन नदी से यह गुफा जुड़ी है। यह गुफा हर साल पर्यटकों के लिए अप्रैल से अक्टूबर के बीच खुली रहती है।
इस दौरान एक दिन में अधिकतम तीन हजार लोगों को ही इसमें प्रवेश की इजाजत दी जाती है। वैज्ञानिक आज भी इस बात का पता नहीं कर पाएं हैं कि इस गुफा का निर्माण कैसे हुआ, क्योंकि इस तरह की गुफाओं के लिए अंटार्कटिका या साइबेरिया का बेहद सर्द मौसम ही अनुकूल माना जाता है।