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आदिवासी नहीं हैं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, खतरे में विधायकी

रायपुर : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति को छानबीन समिति ने निरस्त कर दिया है। जिसके बाद उनकी विधायकी भी खतरे में पड़ गई है। विधानसभा की सदस्यता रद्द की जा सकती है। बीते 20 अगस्त को अजीत जोगी छानबीन समिति के सामने पेश हुए थे और अपना पक्ष रखा था। उसके बाद छानबीन समिति ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इसके बाद सोमवार देर शाम छानबीन समिति ने अपना फैसला सुना दिया। छानबीन समिति ने अजीत जोगी को आदिवासी नहीं माना है। लिहाजा अब अजीत जोगी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं।

छानबीन समिति की रिपोर्ट के ऊपर छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। ताम्रध्वज साहू ने कहा कि माननीय अजीत जोगी, माननीय अमित जोगी की जाति का मामला माननीय अदालत में चल रहा है। मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा। राजनीति से प्रेरित है फैसला छानबीन समिति पर जनता कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष ने राजनीति प्रेरित बताया है। जनता कांग्रेस के संचार अध्यक्ष अहमद रिजवी ने सीएम भूपेश बघेल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि सीएम भूपेश बघेल अजीत जोगी के राजनीतिक करियर ख़त्म करना चाहते हैं, साथ ही कहा था कि जाति छानबीन समिति कानून के हिसाब से नहीं बल्कि सीएम भूपेश बघेल के इशारों पर काम कर रही है।

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