टीम इंडिया को इंग्लैंड के हाथों दूसरे टी-20 इंटरनेशनल मैच में पांच विकेट की करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। विराट सेना ने पहला मैच आसानी से जीता था और इस तरह तीन मैचों की सीरीज में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं। अब निर्णायक जंग ब्रिस्टल में होगी जहां सीरीज के विजेता का फैसला होगा। टीम इंडिया इतिहास रचने की दहलीज पर है तो ऐसे में कप्तान विराट कोहली कोई भी कमजोर पहलू अपने साथ रखकर नहीं चलना चाहेंगे। चलिए नजर डालते हैं कि निर्णायक टी-20 इंटरनेशनल मैच में टीम इंडिया किन 11 खिलाड़ियों के साथ मैदान संभाल सकती है।
ओपनर्स – शिखर धवन और रोहित शर्मा
टीम इंडिया के ओपनर्स का मौजूदा सीरीज में अब तक प्रदर्शन उम्दा नहीं रहा है। ‘मेन इन ब्लू’ को जिस तरह की शुरुआत की जरूरत थी, वह रोहित-धवन की जोड़ी अब तक नहीं करके दे सकी है।
हालांकि, पिछले कुछ समय में शिखर धवन ने अच्छी फॉर्म दर्शाई थी। मगर वह अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने में कामयाब नहीं दिखे। वैसे, कोहली निर्णायक मैच में धवन को आराम देने का विचार शायद ही मन में लाए। लिहाजा, धवन को ब्रिस्टल में अच्छी पारी खेलकर अपनी उपयोगिता साबित करने की जरूरत है।
रोहित शर्मा भी दूसरे मैच में खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे। पहले टी-20 में भी हिटमैन ने धीमी पारी खेली थी। रोहित किस स्तर के बल्लेबाज हैं, इससे फैंस अच्छी तरह वाकिफ हैं। रोहित को भी मौका मिलना तय नजर आ रहा है। दाएं हाथ के बल्लेबाज को तीसरे टी-20 इंटरनेशनल में करिश्मा करने की जरूरत है।
मिडिल ऑर्डर – केएल राहुल, विराट कोहली और सुरेश रैना
केएल राहुल ने पहले मैच में शतक जमाया तो दूसरे मैच में जल्दी आउट हो गए। मगर उनकी जगह को कोई खतरा नहीं है। राहुल शानदार फॉर्म में है और वह तीसरे टी-20 इंटरनेशनल मैच में कमाल की पारी खेलकर टीम इंडिया को इतिहास रचते देखना चाहेंगे।
कप्तान विराट कोहली ने भी दूसरे टी-20 इंटरनेशनल में अपनी बल्लेबाजी का दमखम दिखाया। वह एक बार फिर बढ़िया पारी खेलकर टीम को जीत दिलाने के लिए प्रयास करेंगे।
सुरेश रैना की जगह सुरक्षित है या नहीं, यह कहना मुश्किल है। उनकी जगह दिनेश कार्तिक को भी मौका मिल सकता है। मगर बाएं हाथ के बल्लेबाज ने दूसरे टी-20 में उपयोगी पारी खेली और कप्तान विराट कोहली के साथ अच्छी साझेदारी निभाई। रैना को अपनी जगह टीम में स्थापित करना है तो तीसरे टी-20 में उन्हें बड़ी पारी खेलना होगी।
विकेटकीपर और ऑलराउंडर – एमएस धोनी और हार्दिक पांड्या
एमएस धोनी ने पिछले मैच में बेहतरीन बल्लेबाजी की और टीम इंडिया को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था।। उनकी कीपिंग की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। धोनी अब 37 वर्ष के हो गए हैं और वह नए जोश के साथ मैदान संभालकर अंग्रेज खिलाड़ियों की छुट्टी करना चाहेंगे।
हार्दिक पांड्या ने भी मौका मिलना तय नजर आ रहा है। पांड्या को बल्ले से प्रभावित करने का मौका नहीं मिल रहा है, लेकिन वह अच्छी लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी कर रहे हैं। उन्होंने अहम मौकों पर विकेट निकाले हैं और विराट कोहली ऐसी क्षमता वाले खिलाड़ी को सीरीज के निर्णायक मैच में शायद ही बाहर बिठाएं।
स्पिनर्स – कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल
कुलदीप यादव को इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए नया तरीका खोजना होगा। पहले मैच में पांच विकेट लेकर इतिहास रचने वाले यादव की चमक दूसरे मैच में फीकी पड़ गई। उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। इंग्लिश बल्लेबाजों ने मर्लिन मशीन का उपयोग किया और इसके बाद दूसरे मैच में उन्हें कुलदीप का तोड़ मिल गया।
वहीं चहल अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अपनी क्षमता के अनुरूप अधिक विकेट लेने की जरूरत है। कुलदीप और चहल की जोड़ी टीम इंडिया को सीरीज जिताने में अहम भूमिका निभा सकती है। कप्तान कोहली को अपने स्पिनर्स से विराट प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।
तेज गेंदबाज – भुवनेश्वर कुमार और उमेश यादव
उमेश यादव ने दोनों ही मैचों में बेहतरीन गेंदबाजी की है। उन्होंने पहले मैच में जहां अहम मौकों पर दो विकेट निकाले तो पिछले मैच में अंतिम समय में किफायती गेंदबाजी वाला ओवर डाला। टीम इंडिया को उम्मीद होगी कि उमेश अपनी गति और सटीकता से एक बार फिर इंग्लिश बल्लेबाजों के होश उड़ा दें।
भुवनेश्वर कुमार की चमक मौजूदा सीरीज में थोड़ी फीकी पड़ती दिखी है। हालांकि, उनकी क्षमता पर कोई सवाल खड़ा नहीं कर सकता क्योंकि फैंस अच्छी तरह जानते हैं कि वह कभी भी अकेले के दम पर मैच का रुख पलटने की ताकत रखते हैं। विराट कोहली इतने महत्वपूर्ण मैच में भुवनेश्वर के बिना नहीं उतरेंगे।