इजरायल के हमले तेज, गाजा में मरने वालों की संख्या 33० हुई
गाजा/संयुक्त राष्ट्र। इजरायल और इस्लामिक हमास आंदोलन के बीच चल रहे घमासान में शनिवार को गाजा में मृतकों की संख्या बढ़कर 33० हो गई। शनिवार को संघर्ष का 13वां दिन था। इजरायली हमलों में 24०० लोग घायल हुए हैं। मरने वालों और घायलों में ज्यादातर नागरिक हैं। यह जानकारी चिकित्सा सूत्रों ने दी। इस बीच चीन ने गाजा पप्ती पर इजरायल और फिलीस्तीनी हमास मूवमेंट के बीच तत्काल संघर्ष विराम लागू करने तथा सैन्य गतिविधियों से बचने की अपील की है। सूत्रों ने बताया है कि इजरायल के ‘आपरेशन प्रोटेक्टिव एज’ के तहत हमले तेज करने के कारण मृतकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इजरायल ने गाजा पर हवाई हमले और नौसेना की गोलीबारी तेज कर दी है। 24 घंटों में तटीय एन्क्लेव के उत्तरी और दक्षिणी हिस्से में शहरों पर इजरायली हमलों के कारण 7० से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। पिछले पांच वर्षों में इजरायल का फिलिस्तीनी आतंकवादी गुट हमास नियंत्रित गाजा पर पहला आक्रमण है। सबसे ज्यादा बमबारी बेइत लाहिया और बेइत हनोउन शहरों पर हो रहे हैं जहां इजरायली बलों के हमले में एक ही परिवार के आठ लोग मारे गए। मारे गए लोगों में चार बच्चे भी शामिल हैं। हमास ने चेतावनी दी है कि इजरायल को गाजा पर जमीनी हमला करने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। आठ जुलाई को इजरायल ने आपरेशन प्रोएक्टिव एज के नाम से अपना सफाया अभियान शुरू किया। इस बीच संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि लियु जियी ने मध्य-पूर्व के मौजूदा हालात पर सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग की है। लियु ने कहा ‘‘हम संबंधित पक्षों से युद्धस्थिति से बचने गाजा से सैनिकों को वापस बुलाने गाजा में जारी गतिरोध को समाप्त करने और संयुक्त राष्ट्र व अन्य अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी सहायता एजेंसियों को गाजा में प्रवेश की इजाजत देने की अपील करते हैं ताकि स्थानीय लोगों को तकलीफ से राहत मिले।’’