इस चमत्कारी पेड़ के पत्तों से पूरी होती है हर मनोकामना, खुलते है सफलता के रास्ते…
हिन्दू धर्म में कई ऐसे पेड़-पौधों का जिक्र है जिन्हें अलौकिक शक्तियां प्राप्त हैं। पीपल, बरगद और अशोक, कुछ ऐसे ही वृक्षों के नाम हैं जो हिन्दू धर्म में बहुत महत्व रखते हैं। हमारे घर और आसपास बड़ी आसानी से मिलने वाले अशोक के पेड़ में कितने चमत्कारिक गुण हैं। अशोक का पेड़ सभी सार्वजनिक जगहों और घरों में पाया जाता है। कहते है जब रावण ने सीता जी का अपहरण किया था तो उन्हें अशोक वाटिका में रखा था। अपहरण के दौरान सीता जी ने ने अपना सारा समय अशोक के पेड़ के नीचे हे बिताया था और अशोक के पेड़ ने उनके सारे शोक दूर कर दिए थे इसीलिए इसे शोक भागने वाला पेड़ भी कहते है । सफलता के लिए अशोक के एक पत्ती तोड कर सिर पर धारक कर लें; जिस काम को करने जा रहे हो वह निश्चित रूप से पूर्ण होगा।
# दरिद्रता को नाश करने में यह वृक्ष सहायक है। इसके लिए अशोक वृक्ष के फूल को प्रतिदिन पीस कर शहद के साथ मिला कर खाएं। कुछ दिन निरंतर खाते रहने से दरिद्रता का अंत हो जाएगा। हां इस दौरान धन देवी की पूजा करते रहने चाहिए.शीर्घ ही इच्छा की पूर्ति होगी।
# अशोक वृक्ष की जड को विधिवत ग्रहण करने से कभी भी धन की कमी नही होती,आप चाहे इसकी जड को धन के स्थान पर रख सकते हैं। इससे घर में बरकत आती है।
# समस्त लाभ के लिए यदि अशोक बीज को तांबे में भरकर ताबीज के रूप में धारण किया जाए तो लाभ प्राप्त होगा। अशोक वृक्ष को देवी-देवताओं पर इसे अर्पण करने से वे प्रसन्न होते हैं ऐसा करने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।