शायद ही आपने कभी किसी ऐसे रेस्तरां का नाम सुना होगा जहां बच्चोें के आने पर प्रतिबंध लगाया गया है। लेकिन आज हम आपको ऐसे ही एक रेस्तरां के बारे में बताने जा रहे हैं। ये रेस्तरां जर्मनी में स्थित है और यहां बच्चों के आने पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं।
इस रेस्तरां का नाम है ग्रैंड मा किचन। यहां शाम 5 बजे के बाद 14 साल की उम्र तक के बच्चों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। अपने इस फैसले को रेस्तरां के मालिक ने बिल्कुल ठीक बताया है। उसका कहना है कि लोग शांति से खाना खा सकें इसलिए उसने ये फैसला लिया है।
इस फैसले की पीछे की वजह रेस्तरां ने बच्चों की शैतानी बताई है। उसका कहना है कि बुरे व्यवहार वाले बच्चों के कारण लोगों को परेशानी होती है। उन्हें आगे से कभी ऐसी परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए ऐसा किया गया है।
रेस्तरां के मालिक रूडोल्फ कहते हैं कि उन्होंने यह नियन तब बनाया जब उन्होंने देखा कि बच्चे रेस्तरां में शैतानियां करते हैं। साथ ही उनके माता पिता को भी उन्हें संभालने में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
इसके अलावा उनका कहना है कि शैतान बच्चे उनके रेस्तरां को भी नुकसान पहुंचाते हैं। एक बार तो कुछ बच्चों ने यहां रखे एक ऐंटीक पीस को ही तोड़ दिया था। वह बिखरे हुए खाने के सामान और टेबलक्लोथ से भी परेशान हो चुके थे।
रेस्तरां के मालिका का कहना है कि प्रतिबंध के लिए बच्चों की शैतानियों से ज्यादा उनके माता पिता जिम्मेदार हैं जो कि अपने शैतान बच्चों को रोकने की बजाय खुद खाना खाते रहते हैं। यह सब वह काफी समय से बर्दाश कर रहे थे।
सोशल मीडिया पर इस फैसले की जमकर आलोचना हो रही है। लेकिन रूडोल्फ को पूरा भरोसा है कि अब उनके रेस्तरां में शांति रहेगी। वहीं लोगों द्वारा उन्हें बेरहम तक कहा जा रहा है।