उत्तर प्रदेशलखनऊ
इस स्कूल में रोज पढ़ने आते हैं बच्चे लेकिन स्कूल में ताला देखकर लौट जाते
दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ राजधानी में पूरे अमले की नाक के नीचे एक ऐसा सरकारी स्कूल है, जहां पढ़ाने वाले नहीं आते लेकिन बच्चे रोजाना पहुंचते हैं।
बीएसए ने दो शिक्षकों आशीष पवार और सुधा यादव को सोमवार को निलंबित तो कर दिया लेकिन यह मामला सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की बदहाली बताने के लिए काफी है।
प्राथमिक विद्यालय मड़ियांव-2 में बच्चे रोजाना आते थे, लेकिन स्कूल में ताला देखकर लौट जाते थे। सोमवार को भी बच्चे स्कूल खुलने के समय सुबह नौ बजे विद्यालय पहुंच गए। उसी समय वहां न्याय पंचायत अधिकारी भी पहुंचे।
कक्षा चार में पढ़ने वाले राज, फिजा, सना और साइमा ने बताया कि सभी बच्चे सुबह नौ बजे आ जाते हैं, लेकिन शिक्षक कभी 11 बजे के पहले नहीं आते। आने के बाद उनकी ड्यूटी केवल मिड-डे मील खिलाने की होती है।
बच्चों ने स्कूल में आशीष पवार, सुधा यादव, ऊषा देवी, आरती और एक अन्य शिक्षिका के होने की बात कही। हालांकि बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने स्कूल में आशीष पवार, सुधा यादव और ऊषा देवी के रूप में केवल तीन शिक्षक होने की बात बताई।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि विद्यालय मड़ियांव-2 में सुबह न्याय पंचायत अधिकारी को वहां भेजा गया था। उन्होंने शिकायत सही होने की बात बताई।
इस आधार पर इंचार्ज अध्यापक आशीष पवार और सहायक अध्यापिका सुधा यादव को निलंबित कर दिया गया है। विद्यालय की अन्य शिक्षिका ऊषा देवी का मेडिकल स्वीकृत है। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।