लोढ़ा सिफारिशों का हम स्वागत करते हैं। इन सिफारिशों से उत्तराखंड क्रिकेट को बीसीसीआई को मान्यता मिलने की उम्मीद और बलवती हुई हैं। जहां तक राज्य संघ में किसी नेता के होने न होने की बात है तो मेरा मनना है कि अगर कोई नेता पहले क्रिकेटर रहा है और बाद में वह नेता बनता है तो उसे एसोसिएशन में शामिल होना चाहिए।
ये बात तो हम कब से चाह रहे थे, जिस पर आज लोढ़ा कमेटी ने मुहर लगा दी हैं। अब गेंद सुप्रीम कोर्ट के पाले में है और उम्मीद ही नहीं पूरा यकीन है कि बीसीसीआई को लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को मानते हुए उत्तराखंड के साथ ही बचे हुए राज्यों को फुल मेंबरशिप देनी होगी।
हम लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों से पूरा इत्तेफाक रखते हैं। बीसीसीआई को भी चाहिए कि वह उत्तराखंड के बच्चों के भविष्य का ख्याल करते हुए राज्य के क्रिकेट को जल्द से जल्द मान्यता दे। ताकि उत्तराखंड की प्रतिभाओं का नाम देश और दुनिया में हो।