उत्तराखंड में बोर्ड परीक्षा के पहले एक अहम फैसला लिया गया हैं, अब कक्षा 5वीं और 8वीं में पढ़ने वाले छात्र भी 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र की तरह बोर्ड परीक्षा देंगे. ख़बरों के मुताबिक़, राज्य का शिक्षा के क्षेत्र में स्थान सुधारने के लिए यह फैसला लिया गया है. इस सराहनीय बदलाव की जानकारी राज्य शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने दी. उन्होंने यह निर्णय सचिवालय में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद लिया.
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, इसी सत्र से पांचवीं और आठवीं में बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए हैं. अरविंद पांडे ने बताया कि, एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) को पांचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र प्रकाशित करने के निर्देश दे दिए गए हैं.
कक्षा 5वीं और 8वीं के करीब 2 लाख से अधिक छात्र बोर्ड परीक्षा का हिस्सा होंगे. आपको जानकारी के लिए बता दे कि, इससे पूर्व 2009 में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने से पहले पांचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाती थी. परन्तु, अब आरटीई में किसी को फेल न करने की नीति के तहत इस व्यवस्था को बदल दिया गया है.