उत्तर प्रदेशराज्य

उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों की इस सूची ने उड़ाई BJP और कांग्रेस की नींद

social-media_1458562802सोशल मीडिया पर तैर रही प्रत्याशियों के नामों की सूचियों ने भाजपा और कांग्रेस की नींद उड़ा दी है। भाजपा ने इस मामले में पुलिस से शिकायत की है तो कांग्रेस एफआईआर करने की तैयारी में है। प्रदेश कांग्रेस ने सूची को फर्जी करार दिया है। पार्टी का कहना है कि प्रत्याशियों के नामों की घोषणा संसदीय बोर्ड करेगा।बता दें कि मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के विधानसभा सीटों पर सहमति बन जाने के बयान आने के बाद सोशल मीडिया पर संभावित प्रत्याशियों के नामों की सूची तैरने लगी। व्हाट्सऐप और फेसबुक पर तैर रही इन सूचियों ने टिकट की कतार में खड़े दावेदारों और उनके समर्थकों की नींद उड़ा दी।

जिन दावेदारों के सूची में नाम नहीं थे, उन्होंने दिल्ली की दौड़ लगाई।कइयों ने पार्टी दिग्गजों को फोन घनघनाए। बेचैन दावेदारों को मनाने में पार्टी दिग्गजों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। पार्टी के प्रदेश प्रचार संयोजक धीरेन्द्र प्रताप ने सूचियों को पूरी तरह फर्जी करार देते हुए इसे सुनियोजित साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस मसले को बेहद गंभीरता से लिया है वह जल्द ही इस मामले में एफआईआर दर्ज कराएंगे।उधर, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि उम्मीदवारों की कोई सूची जारी नहीं हुई है।

उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही सूची को फर्जी बताया। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के नाम संसदीय बोर्ड तय करेगा, जिसे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव घोषित करेंगे। विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम के सोशल मीडिया पर इलेक्शन कैम्पेन का जिम्मा राजीव जैन पर होगा। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जैन को अपना प्रतिनिधि बनाया है। उन्होंने इस बारे में मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी को पत्र भेजकर अपने सोशल मीडिया एकाउंट की भी सूची दी है।भाजपा ने मुख्यमंत्री के सोशल मीडिया एकाउंट पर सवाल उठाया है। पार्टी इस मामले में निर्वाचन आयोग से शिकायत करने की तैयारी में है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता हरीश रावत के फेसबुक और ट्विटर एकाउंट की यूजर आईडी में सीएम शब्द का इस्तेमाल किया गया है जो आचार संहिता का उल्लंघन है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के फर्जी हस्ताक्षर से उत्तराखंड के 32 प्रत्याशियों की सूची जारी करने के मामले में देर रात अज्ञात के खिलाफ जालसाजी और आईटी एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज हो सकता है। एसएसपी स्वीटी अग्रवाल ने कानूनी राय मशविरा लेने के बाद डालनवाला पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं। पुलिस के साइबर सेल से जुड़े लोग व्हाट्सअप के जरिये आरोपियों तक पहुंचने के प्रयास में जुटे हैं।

सोशल मीडिया पर बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लैटर पैड और कथित हस्ताक्षर से करीब 32 प्रत्याशियों की सूची वायरल हुई थी। इसे भाजपा केंद्रीय संसदीय बोर्ड द्वारा 2017 उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की प्रथम सूची जारी होना बताया गया था। भाजपा ने बुधवार रात को ही सूची को फर्जी बताते हुए कानूनी कार्रवाई की बात कही थी। भाजपाइयों के प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को एसएसपी स्वीटी अग्रवाल से मिलकर आरोप लगाया कि पार्टी को नुकसान पहुंचाने के इरादे से यह साजिश रची गई है। तहरीर भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी डा. देवेंद्र भसीन, प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल, सह प्रदेश मीडिया प्रभारी बलजीत सिंह सोनी और चुनाव आयोग संपर्क समिति के प्रभारी पुनीत मित्तल की ओर से दी गई है। एसएसपी ने भाजपाइयों को कार्रवाई का भरोसा दिया। विधिक राय लेने के बाद देर शाम एसएसपी ने डालनवाला कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं।
 

 

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