लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शकुन्तला मिश्रा विकलांग विविद्यालय में गुरुवार को देशज पौधों का रोपण कर लुप्तप्राय श्रेणी के देशज पौधों के रोपण अभियान की शुरूआत करेंगे। विवि में शुरू होने वाले पौधरोपण अभियान के तहत लुप्तप्राय श्रेणी में शुमार कल्पवृक्ष कैथ सिहोर ढाक बीजासाल सादन पानन तमाल वरना माहेगिरी जंगली बादाम आल हल्दू खिरनी पीलू हरड़ ढेरा करधई अफोह सहित अन्य प्रजातियों के 155० पौधों का रोपण किया जाएगा। प्रदेश में ऐसी कई पेड़ों की प्रजातियां हैं जो सदियों से मनुष्यों के लिए चिरपरिचित रही हैं किन्तु लोभ और उपभोगवादी दृष्टिकोण के कारण कई पेड़ों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इनमें कल्पवृक्ष कैथ सिहोर ढाक बीजासाल सादन पानन दहिया तमाल वरना महोगिनी जंगली बादाम आल हल्दू खिरनी पीलू हरड़ ढेरा करधई अफोह मुख्य है। इन वृक्षों की कम होती जा रही संख्या के लिये किसी न किसी तरह मनुष्य ही जिम्मेदार है। अवध वन प्रभाग के डीएफओ एससी यादव ने कुकरैल की नर्सरी में लुप्तप्राय श्रेणी के देशज पौधे तैयार किये हैं। इसी नर्सरी के पौधों से प्रदेश में लुप्तप्राय हो रहे वृक्षों को संरक्षित करने के लिए वन विभाग ने योजना तैयार की है। इसके लिए बड़े शिक्षण संस्थानों सरकारी संस्थान ऐतिहासिक व पौराणिक स्थलों पर इनके पौधों का रोपण किया जाएगा। पौधरोपण के बाद वन विभाग की सलाह के अनुसार देखभाल की जाएगी। पौधों की देखरेख उसी विभाग के जिम्मे होगी जिसके परिसर में लुप्तप्राय पौधों का रोपण किया जाएगा।