ज्ञान भंडार
उम्र 108 साल, 7 दिन चली मौत से जंग, गिनीज रिकॉर्ड से आगे निकल गई जिंदगी
दस्तक टाइम्स/एजेंसी- राजस्थान: जयपुर। शतायु रामोली ने जिंदगी की जंग जीत ली है। 108 साल की रामोली को चार अक्टूबर को ब्रेन हेमरेज हो गया था। उम्र के जिस पड़ाव पर रामोली के साथ यह हादसा हुआ था उससे इनका बच पाना मुश्किल था।
इनकी मुश्किलों को और बढा दिया, करौली के एक निजी अस्पताल ने, जहां उन्हें थोड़ा बहुत इलाज देकर घर भेज दिया गया। इलाज सही न मिलने से रामोली के सिर में दोनों ओर क्लॉट बन गए। इससे वह छह अक्टूबर को कोमा में चली गईं। गौरतलब है कि गिनीज बुक रिकार्ड में इस तरह का 103 वर्ष की महिला का ऑपरेशन दर्ज है।
आईबीएस हास्पिटल में उन्हें कोमा की स्थिति में लाया गया था। चिकित्सकों के अनुसार रामोली को बाइलेट्रल एक्यूट क्रॉनिक ब्यूरल एनाटोमी डिजीज थी। इसका ऑपरेशन 10 अक्टूबर किया गया।
दो घंटे चली ऑपरेशन की जद्दोजहद
डॉ. कमल गोयल ने उनका ऑपरेशन किया। गोयल ने बताया कि रामोली इतनी अधिक उम्र होने के कारण सिर काफी सिकुड़ गया था। ऐसे में ऑपरेशन करने में काफी परेशानी थी। करीब दो घंटे चली सर्जरी के बाद महिला का ऑपरेशन सफल रहा। ऑपरेशन के बाद बुधवार को रामोली को ठीक होने पर छ़ुट्टी दे दी गई।
डॉ. कमल गोयल ने उनका ऑपरेशन किया। गोयल ने बताया कि रामोली इतनी अधिक उम्र होने के कारण सिर काफी सिकुड़ गया था। ऐसे में ऑपरेशन करने में काफी परेशानी थी। करीब दो घंटे चली सर्जरी के बाद महिला का ऑपरेशन सफल रहा। ऑपरेशन के बाद बुधवार को रामोली को ठीक होने पर छ़ुट्टी दे दी गई।