नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले से जुड़े जजों पर हो रही कार्रवाई पर सवाल खड़े किए। राहुल गांधी की ओर से ट्वीट किया गया, जिसमें इस केस की सुनवाई कर रहे जजों पर हो रहे एक्शन पर सवाल उठाए गए हैं। राहुल ने ट्वीट में लिखा कि सोहराबुद्दीन केस में एक और जज को खामियाजा भुगतना पड़ा। इसके बाद उन्होंने इस केस की सुनवाई कर रहे जजों के बारे में सिलसिलेवार जानकारी दी। जस्टिस रेवती डेरे ने सीबीआई पर सवाल उठाए, उन्हें हटा दिया गया। जज जेटी उत्पत ने अमित शाह को पेश होने के लिए कहा तो उन्हें भी हटा दिया गया। जज लोया ने कठिन सवाल पूछे, उनकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि जस्टिस रेवती डेरे ने सोहराबुद्दीन केस में पुनर्विचार याचिका की सुनवाई की थी। उन्होंने गवाहों की सुरक्षा को लेकर और चार्जशीट फाइल न करने पर सीबीआई को फटकार लगाई थी। इसके अलावा उन्होंने इस केस की सुनवाई के मीडिया कवरेज पर बैन हटाया था। उन्होंने कहा था कि लोगों को जानने का अधिकार है। सोहराबुद्दीन शेख और उसकी पत्नी का नवंबर 2005 में एनकाउंटर हुआ था। इस मामले की जांच और सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि गुजरात में इस केस की जांच को प्रभावित किया जा रहा था और केस को 2012 में मुंबई ट्रांसफर कर कहा था कि इस मामले की शुरू से अंत तक सुनवाई एक ही जज करेगा, हालांकि 2014 में ही जज जेटी उत्पत का ट्रांसफर कर दिया गया। उत्पत के बाद इस केस में जज बृजगोपाल लोया को लाया गया, नियुक्ति के छह महीने बाद लोया की नागपुर में एक कार्यक्रम में मौत हो गई थी।