एक छेड़छाड़ पीड़िता ने किया आत्मदाह, तो दूसरी ने फांसी लगाकर दी जान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में महिला यौन हिंसा की वारदाते कम नहीं हो रहीं है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि पीड़िताएं न्याय नहीं मिल पाने और शोहदों के हौसले बुलंद होने के कारण मौत को गले लगा रही हैं। आज मुजफ्फरनगर में छह माह से छेड़छाड़ से आजिज युवती ने आत्मदाह कर लिया। उस पर बयान से मुकरने का आरोप डाला गया था। इसी तरह फतेहपुर में छेड़छाड़ से आहत किशोरी ने पंखे में फांसी का फंदा लगाकर खुदकशी कर ली। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। फिलहाल एंटी रोमियो स्क्वाड, 1090 और विभिन्न स्तरों पर बेटियों की सुरक्षा की बाते बेमानी साबित हो रही हैं।
छह माह से छेड़छाड़ से आजिज हो आत्मदाह
मेरठ के भावनपुर क्षेत्र के एक गांव में छेड़छाड़ पीडि़ता के आत्मदाह से उपजे गम और गुस्से का सिलसिला अभी थमा भी नहीं था कि मुजफ्फरनगर के भोपा थानाक्षेत्र के एक गांव में छह माह से छेड़छाड़ से आजिज युवती ने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। नर्सिंग होम में उसकी मौत हो गई। युवती के साथ छह माह पहले एक युवक ने मुंह काला करने का प्रयास किया था। पुलिस ने इस केस में अंतिम रिपोर्ट लगाकर उल्टे पीडि़ता के खिलाफ मुकदमा कायम कर दिया था। माना जा रहा है कि पीडि़ता इस मामले को लेकर सदमे में थी। मृतका के भाई ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि बुधवार दोपहर में उसकी 18 वर्षीय बहन घर में अकेली थी। इसी दौरान अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। एक नर्सिंग होम में बुधवार की देर रात उसकी मौत हो गई।