जयपुर. राजस्थान राज्य सरकार ने 98 बच्चों की मां मनन चतुर्वेदी को राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष बनाया है.
चौंकिएगा नहीं, मनन कई वर्षों से अनाथ बच्चों के लिए काम कर रही हैं और अब तक 98 लावारिस बच्चों को गोद ले चुकी हैं. खुद मनन अपने आपको इन बच्चों की मां कहती हैं.
तीन साल के लिए बनीं अध्यक्ष:
महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राकेश श्रीवास्तव ने बुधवार को मनन के मनोनयन की जानकारी साझा की. श्रीवास्तव के अनुसार, मनन का कार्यकाल कार्य ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष के लिए रहेगा.
सुरमन संस्था के जरिए लुटा रही हैं ममता:
जयपुर की मनन अब तक सैंकड़ों बेघर और लावारिस बच्चों को अपनाकर अपनी ‘सुरमन’ संस्था में आश्रय दे चुकी हैं. मनन के अनुसार उन्हें कोई बच्चा कूड़े के ढेर पर मिला तो कोई अस्पताल में लावारिस छोड़ा गया था. उन्होंने अपने हाथों से इन बच्चों का जीवन फिर से संवारने का जिम्मा लिया और यतीम से अपनी ममता और ‘सुरमन’ के रूप में घर दिया.
दो बेटियां और एक बेटा भी रहते है अनाथ बच्चों के साथ:
मनन की दो बेटियां और एक बेटा भी मनन के साथ उसी घर में रहते हैं जहां अनाथ बच्चे रहते हैं. मनन के अनुसार वे अपने और इन बच्चों में कोई भेद नहीं रखती. मनन इस साथ को ‘संयुक्त परिवार’ का नाम देती हैं.
2500 अनाथ बच्चों को घर का सपना:
मनन की ख्वाहिश जयपुर में 2500 बेघर बच्चों को आश्रय देने और उनके लिए घर बनाने का है. सीकर रोड पर वे अपने इस प्रोजेक्ट के लिए फंड जमा कर रही हैं. बच्चों के लिए मदद की ख़ातिर वे मैराथन पेंटिंग शो करती हैं. वे बिना रुके 72 घंटे वो भी बिना कुछ खाए पेंटिंग बनाती हैं.