एक स्टडी के मुताबिक मौत के डर ने बढ़ाई बोतलबंद पानी की बिक्री
बोतल बंद पानी की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। इसकी वजह ये नहीं है कि बोतल में बंद पानी को ज्यादा साफ माना जाता है, बल्कि इसके पीछे हमारे अंदर छिपा मृत्यु के प्रति भय है। इसके अलावा विज्ञापनों द्वारा इसकी ओर आकर्षित किया जाना भी एक कारण है। यह बात एक अध्ययन में सामने आई है।
शोधकर्ताओं ने अध्ययन के बाद बताया है कि एक अवधारणा है कि बोतल में बंद पानी ज्यादा शुद्ध होगा और इस वजह से इसकी बिक्री ज्यादा होती है। वास्तव में ऐसा नहीं है। लोगों में मृत्यु का डर उन्हें बोतल बंद पानी खरीदने को मजबूर कर रहा है और इस वजह से इसकी बिक्री बढ़ रही है।
अध्ययन में पता चला है कि बोतलबंद पानी का अधिकतर प्रचार इंसान के मनोवैज्ञानिक संवेदनशीलता को गहराई से निशाना बनाता है और उन्हें किसी खास उत्पाद को खरीदने और उसके इस्तेमाल के लिए बाध्य करता है। विज्ञापनों को इस तरह दिखाया जाता है, जिससे लोगों को लगता है कि बोतल बंद पानी ही शुद्ध है और इसे पीने से ज्यादा स्वस्थ रहेंगे, जिससे अधिक साल तक जीवित रहेंगे।