एलयू में हॉस्टल एलॉट न होने पर आमरण अनशन पर बैठे छात्र
लखनऊ यूनिवर्सिटी में हॉस्टल एलॉट न होने के मामले ने पकड़ा तूल, आमरण अनशन पर बैठे छात्र लखनऊ : लखनऊ यूनिवर्सिटी (एलयू) में हॉस्टल न मिलने से बीते कुछ दिनों से छात्र प्रदर्शन कर् रहे है। प्रदर्शन के चलते प्रशासन ने कुछ छात्रों को निष्कासित कर दिया था। अब हॉस्टल नहीं एलॉट होने का मामला बढ़ता जा रहा है। बीते दिन निष्कासित छात्रों के समर्थन में आए कई स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी में कामकाज ठप करवा दिया। साथ ही निष्कासन वापस लेने की मांग करते हुए आमरण अनशन पर बैठ गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति पर किसी तरह नियंत्रण पाया।एलयू में छात्रों की हिंसक घटनाओं के चलते वीसी एसबी निमसे ने यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर प्रो. मनोज दीक्षित का इस्तीफा ले लिया था और प्रोफेसर निशी पांडेय को नया प्रॉक्टर बना दिया था। इसके साथ ही प्रदर्शन कर रहे पांच छात्रों अंकित सिंह बाबू, सतीश शर्मा, नीरज पांडे, विश्वप्रताप विशू और प्रभात सिंह का देर रात निष्कासन कर दिया था।निष्कासन की सूचना मिलने पर छात्रों ने अंकित बाबू के नेतृत्व में यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन में तोड़फोड़ की और कामकाज को बंद करा दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी छात्र आमरण अनशन पर बैठ गए और कई मांगें रख दीं। इन मांगों में सबसे पहले छात्रों के निष्कासन को वापस लिया जाए, छात्रों को हॉस्टल एलाट किया जाए और यूनिवर्सिटी में व्यापत भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।इस बारे में नवनियुक्त प्रॉक्टर प्रोफेसर निशी पांडेय ने बताया कि छात्रों की मांगों को सुना जा रहा है। एक हफ्ते में छात्रों की जायज मांगों का निस्तारण कर दिया जाएगा। हालांकि, उन्होंने छात्रों के निष्कासन को लेकर कोई भी टिप्पणी नहीं की।