नई दिल्ली : इंडोनेशिया में 18 अगस्त से दो सिंतबर के दौरान होने वाले एशियन गेम्स के लिए हैंडबॉल और बास्केटबॉल पुरुष टीमों सहित कई टीमों के नाम काटने को लेकर अब भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) के खिलाफ कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय खुलकर आ गए हैं। आनंदेश्वर ने कहा कि अगर एशियन गेम्स के लिए क्वालीफाई करने वाली टीमों के नाम गुरुवार तक ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) को नहीं भेजे गए तो मैं कोषाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दूंगा। यही नहीं मैं खिलाड़ियों के साथ आइओए के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठूंगा। आइओए ने बुधवार को 524 एथलीटों के भारतीय दल की घोषणा की, जो 36 खेलों में पदकों की दावेदारी पेश करेंगे। आइओए की नई क्वालीफाइंग नीति के तहत बास्केटबॉल, फेंसिंग, जिम्नास्टिक्स और हैंडबाल की पुरुष टीम के अलावा तैराकी, घुड़सवारी और कराटे की महिला टीम को एशियन गेम्स में जाने की मंजूरी नहीं दी गई है।
भारतीय फुटबॉल टीम को रोकने को लेकर पहले से ही बवाल जारी है। आइओए से जारी भारतीय दल की सूची में 227 पुरुष और 247 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। इस बार भारत उन आठ नए खेलों में भी भाग लेगा, जिनमें देश को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। ये नए खेल कराटे, कुराश, पेनकैक सिलाट, रोलर स्केटिंग, सांबो, सेपकटकरा, ट्राइथलॉन और सॉफ्ट टेनिस शामिल हैं। भारत जिन खेलों में भाग लेगा उनमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, मुक्केबाजी, बॉलिंग, केनो कायक (स्पि्रंट), केनो कायक (स्लालोम), साइकिलिंग, इक्वेस्टि्रयन, महिला जिम्नास्टिक, गोल्फ, हॉकी, जूडो, कबड्डी, कराटे, कुराश, पेनकैक सिलाट, रोलर स्केटिंग, रोविंग, सेलिंग, सांबो, सेपकटकरा, शूटिंग, स्क्वॉश, एक्वाटिश-स्विमिंग, एक्वाटिश-डाइविंग, टेनिस, टाइक्वांडो, ट्राइथलॉन, सॉफ्ट टेनिस, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, भारोत्तोलन, कुश्ती और वूशु शामिल हैं।
आनंदेश्वर ने कहा कि मेरी ओसीए से बात हुई है। उन्होंने कहा है कि टीम स्पर्धाओं के लिए आवेदन भेजने की आखिरी तारीख पांच जुलाई है। इसके बाद अगर कोई नाम भेजा जाता है तो ओसीए स्वीकार नहीं करेगा। मैं आइओए में खेल विरोधी तत्वों की चाल सफल नहीं होने दूंगा। जिन टीमों ने खून-पसीना बनाकर एशियन गेम्स के लिए क्वालीफाई किया उनको रोकना किसी जुर्म से कम नहीं है। भारत सरकार और खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर सभी को मौका देना चाहते हैं लेकिन आइओए ही उसका विरोध कर रही है। आइओए ही अगर खेल विरोधी हो जाएगी तो इस देश में खेलों का क्या होगा? उन्होंने सीधे तौर पर इसके लिए आइओए अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा और पूर्व आइओए महासचिव व 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में भ्रष्टाचार के मामले में जेल की हवा खा चुके ललित भनोट को कठघरे में खड़ा किया। वहीं आइओए महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि मेरी आनंदेश्वर पांडेय से बात हुई है। मैंने अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा से इस मामले पर बातचीत करने को कहा है। इससे पहले आनंदेश्वर ने मंगलवार को नरेंद्र बत्रा को कड़ा पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि आइओए ने कुछ खेलों की टीमों के नाम काट दिए हैं जबकि दो-तीन महीने पूर्व से ही उनकी लांग लिस्ट भेजी जा चुकी है। ये खेल संघ भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के साथ बैठक कर अपना प्रशिक्षण शिविर भी शुरू कर चुके हैं।
ओसीए के क्वालीफाइंग मार्क को भी वे टीमें पार कर चुकी हैं। जो खिलाड़ी ओसीए क्वालीफाइंग मार्क पार कर चुके हैं उन्हें रोकना उन खिलाड़ियों और खेलों पर कुठाराघात करना होगा। आइओए खिलाडि़यों के हित के लिए बनी है न कि खिलाडि़यों का मनोबल तोड़ने के लिए। अगर आप उन टीमों को रोकते हैं तो वे खेल संघ साई और अपने खिलाडि़यों को क्या जवाब देंगी?