भारत के बेहतरीन ऑलराउंडर और 2011 विश्व कप में हीरो रहे युवराज सिंह ने सोमवार को अंतराष्ट्रीय संन्यास का एलान कर दिया। मुंबई के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करते हुए युवी ने इसकी घोषणा की। आगे वह आईसीसी से मान्यता प्राप्त विदेशी टी-20 लीग में फ्रीलांस कैरियर बनाना चाहते हैं।
युवराज ने भारत के लिए 304 वनडे में 8 हजार 701 रन बनाए हैं। युवी ने साल 2000 में केन्या के खिलाफ वन-डे में डेब्यू किया था और अपना आखिरी एकदिवसीय मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।
युवराज ने अपना टेस्ट डेब्यू न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2000 में पंजाब के मोहाली के मैदान पर किया था और अपना आखिरी टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ कोलकाता में खेला था। युवी ने 40 टेस्ट की 62 परियों में 1900 रन बनाए हैं।
58 टी-20 मैच खेलते हुए युवराज ने 499 रन ठोके हैं। टी-20 में ही इंग्लैंड के खिलाफ युवी ने छह छक्के लगाकर इतिहास रच दिया था। युवराज ने अपना आखिरी टी-20 मैच इंग्लैंड के खिलाफ बैंगलोर में खेला था।
बता दें कि युवराज इस साल IPL में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलते नजर आए थे, लेकिन उन्हें अधिक मौके नहीं मिल पाए। भारतीय टीम में उन्होंने वापसी करने की कोशिश की लेकिन असफल रहे, शायद यही कारण है कि वह अपनी भविष्य की योजनाओं पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं।
युवराज सिंह ने कैंसर से जुझते हुए भारत को 2011 के विश्व कप को जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। वह प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बने थे।