अपराधउत्तर प्रदेशलखनऊ
ओएलएक्स पर बेचते थे लूट के मोबाइल, तीन दबोचे गए
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जो चोरी और लूट के मोबाइल ओएलएक्स पर बेचता था। तालकटोरा पुलिस ने तीन शातिरों को बुधवार को दबोच लिया। इनके पास से सात मोबाइल फोन, बाइक और नगदी बरामद हुई है।
इंस्पेक्टर तालकटोरा सुजीत उपाध्याय ने बताया कि महीनेभर पहले लूटे गए फोन की तलाश करते हुए गिरोह की जानकारी मिली। इसके बाद छापेमारी करके तीन को दबोच लिया गया। इनके दो साथी फरार हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए टीम लगी हुई है।
राजाजीपुर में 7 जनवरी की रात मयंक तिवारी का फोन बाइक सवार बदमाश लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस इसी फोन की तलाश में जुटी हुई थी। जांच के दौरान पता चला कि एक गिरोह ओएलएक्स पर लूट के फोन बेच रहा है। इस पर छापेमारी करके फराज, सुफियान अंसारी और यूसुफ को दबोचा गया। तीनों सआदतगंज के रहने वाले हैं। इनके दो साथी अजीज और जैद खान फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है।
इंस्पेक्टर के मुताबिक, लूट में मिले फोन की फोटो ओएलएक्स पर डालते थे। इसके साथ एक कॉन्टैक्ट नंबर देते थे। फोन बिकने के बाद वह स्थाई रूप से उस नंबर को बंद कर देते थे। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि अब तक करीब 200 मोबाइल फोन व अन्य सामान ओएलएक्स के जरिए बेच चुके हैं। जैद खान गिरोह का सरगना है।
वह एक साइबर कैफे में काम करता था। दो महीने पहले वहां से नौकरी छोड़ चुका है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि जैद लूट में मिले फोन की आईएमईआई बदलवा देता था। फर्जी बिल बनवाने और फोन बेचने की जिम्मेदारी भी उसी की होती थी। पुलिस जैद और अजीज की तलाश कर रही है।