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लेकिन भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने कांस्य के रजत पदक में बदले जाने की खबर आने के एक दिन बाद इसे लेने से अनिच्छा जताई है।
लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के चार साल बाद विपक्षी खिलाड़ी के डोपिंग में फेल होने पर अपग्रेड करके रजत पदक पाने वाले योगेश्वर दत्त अब इस पदक को लेने के इच्छुक नहीं दिखते। उनका कहना है कि वह इस पदक को लेने के इच्छुक नहीं हैं और वह चाहते हैं कि यह पदक रूसी खिलाड़ी के परिवार के पास ही रहे।
दत्त ने ट्वीट करके लिखा, “बेसिक कुदुखोव एक बेहद शानदार पहलवान थे। उनका मृत्यु के पश्चात डोप टेस्ट में नाकाम हो जाना दुखद हैं। मैं खिलाड़ी के रूप में उनका सम्मान करता हूं।”
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, “अगर हो सके तो ये मेडल उन्हीं के पास रहने दिया जाए। उनके परिवार के लिए भी सम्मानपूर्ण होगा। मेरे लिए मानवीय संवेदना सर्वोपरि है।”