ओवैसी ने आगे कहा, ‘अगर परदेश से आए ‘दाढ़ीवाले’ के लिए मोदी के पास इतना प्यार है, तो वो भारत के ‘दाढ़ीवालों’ के प्रति यही प्यार क्यों नहीं दिखाते?’
हालांकि इस दौरान ओवैसी ने पूरी सावधानी दिखाते हुए अपने भाषण में मुस्लिम शब्द का प्रयोग नहीं किया। ऐसा करने से सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन होता कि ओवैसी धर्म के नाम पर वोट मांग रहे हैं। रैली में मौजूद भीड़ ने ताालियों की गड़गड़ाहट के साथ ओवैसी का समर्थन किया जब उन्होंने मोदी की नकल उतारते हुए ‘मितरों’ शब्द का उच्चारण किया।
रैली में ओवैसी ने नोटबंदी का भी जिक्र किया और मोदी से सवाल करते हुए कहा कि ‘प्रधानमंत्री कैसे कह सकते हैं कि नोटबंदी के परिणाम अच्छे रहे? वह 120 मौतों पर क्या कहेंगे? क्या उन्हें एक भी काला धन मिला?’
ओवैसी ने कहा, ‘बड़े मियां और छोटे मियां’ लोगों को बहला रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में विकास हो रहा है। यह केवल एक परिवार है जिसे फायदा मिल रहा है, आम आदमी को इससे कोई फायदा नहीं है। ओवैसी ने विकास को लेकर अखिलेश यादव के किए दावे पर भी सवाल उठाए।