कडंक्टरी करने को तैयार नहीं हिमाचल की बेटियां
पहले बैच में ही महिलाओं के लिए प्रशिक्षण का प्रावधान था। प्राथमिकता के आधार पर पहले बैच में इन्हें प्रशिक्षण दिया गया। करीब 27 महिला परिचालकों ने विभिन्न डिपों में अपना प्रशिक्षण पूरा किया। प्रशिक्षण के बाद इन्हें मजबूरन घर लौटना पड़ा।
प्रदेश की करीब 27 महिला परिचालक विभिन्न डिपों में परिचालक का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही थीं। जनवरी 2016 में इनका प्रशिक्षण पूरा हो गया। इन्हें कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण दिया गया। दूसरे बैच में प्रशिक्षु परिचालकों ने टिकट काटने की जिम्मेदारी संभाली है।
इसमें सभी पुरुष प्रशिक्षु परिचालक हैं। पहले बैच की प्रशिक्षु महिला परिचालकों ने परिवहन मंत्री से उन्हें नियमित परिचालक बनाने का आग्रह किया था। परिवहन मंत्री ने भी इन्हें इस बारे में ठोस नीति बनाने का आश्वासन दिया है। अभी तक कोई ठोस नीति नहीं बन पाई है।
हमीरपुर के मंडलीय प्रबंधक दलजीत सिंह ने बताया कि पहले बैच का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। दूसरे बैच के प्रशिक्षु परिचालक बसों में टिकट काट रहे हैं। ये प्रशिक्षु परिचालक डेढ़ माह तक निगम की बसों में सेवाएं देंगे।