करोड़पति बनने के लिए हार्दिक ने गुजरात में किया आरक्षण आन्दोलन,
अहमदाबाद। गुजरात में समृद्ध पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग करते हुए पूरे राज्य में हिंसक आन्दोलन का नेतृत्व करने वाले हार्दिक पटेल ने यह सब अपने समुदाय के लिए नहीं बल्कि अपनी लालसा और महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए किया था। हार्दिक ने ऐसा अपने आपको एक साल के अन्दर ही नेता और करोड़पति बनाने के लिए किया था।
पाटीदार आन्दोलन में हार्दिक का साथ देने वाले उनके दो सहयोगियों ने ये बयान सोमवार को सार्वजनिक तौर पर कही।
हार्दिक के करीबी रहे चिराग पटेल और केतन पटेल नामक इन लोगों ने सार्वजनिक पत्र जारी करके हार्दिक के खिलाफ यह बातें कहीं।
हार्दिक ने पिछले साल गुजरात में पाटीदार जाति को पिछड़ा वर्ग के समान शिक्षा और नौकरी में आरक्षण के लिए हिंसक आन्दोलन का नेतृत्व किया था ।
इस आन्दोलन में अपा र जन धन की हानि हुई थी और गुजरात कुछ समय के लिए अस्थिरता की स्थिति में आ गया था।
पत्र में हार्दिक के दोनों साथियों ने आरोप लगाया कि 23 साल के हार्दिक ने यह सब धन के लालच में किया।
अंग्रेजी दैनिक हिन्दुस्तान टाइम्स के अनुसार हार्दिक के खिलाफ उनके ये दोनों पूर्व साथी पाटीदार अनामत आन्दोलन समिति (PASS)के कोर मेम्बर हैं।
हार्दिक के खिलाफ जारी पत्र में उन्होंने लिखा कि, ” आपके स्वार्थ, नेता और धनवान बनने की लालसा ने पाटीदार समुदाय को बहुत क्षति पहुंचाई है।