कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के इस्तीफे की मांग, धरने पर येदियुरप्पा
बेंगलुरू : कांग्रेस-जदएस गठबंधन की सरकार बचाने के लिए दोनों ही दलों पूरी ताकत झोंक दी है। राज्य के मंत्री डीके शिवकुमार और जेडीएस के विधायक शिवलिंगे गौड़ा बागी विधायकों को मनाने मुंबई के होटल पहुंचे जहां पुलिस ने उन्हें रोक दिया। बागी विधायकों ने पुलिस को पत्र लिखकर खुद को खतरा बताया है। इस बीच, मुंबई के होटल ने आपात स्थितियों का हवाला देते हुए डीके शिवकुमार की बुकिंग रद कर दी है। इस बीच, भाजपा नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि हमने विधानसभा के सामने धरना प्रदर्शन करने का फैसला किया है। हम विधानसभा अध्यक्ष और गवर्नर से भी मिलेंगे। मंगलवार को कांग्रेस के निलंबित विधायक आर. रोशन बेग ने भी इस्तीफा दे दिया। इस तरह बागी कांग्रेस विधायकों की संख्या 11 और गठबंधन के कुल असंतुष्ट विधायकों की संख्या 14 हो गई है। दो निर्दलीय विधायक मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर पहले ही भाजपा खेमे में शामिल हो चुके हैं। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली 13 महीने पुरानी कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार का भविष्य अब पूरी तरह विधानसभा अध्यक्ष के फैसले पर टिका है। दूसरी ओर बागी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष पर इस्तीफे स्वीकार करने में देरी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष पर सांविधानिक कर्तव्यों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने पद से इस्तीफा दे चुके इन विधायकों की याचिका पर संज्ञान लिया है।सुप्रीम कोर्ट कल मामले की सुनवाई करेगा। बता दें कि कल विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने कहा था कि 13 विधायकों में से आठ विधायकों के इस्तीफे निर्धारित प्रारूप के मुताबिक नहीं हैं। कांग्रेस नेता एवं राज्य के मंत्री डीके शिवकुमार जब मुंबई में बागी विधायकों से मिलने पहुंचे तो पुलिस उन्हें होटल के गेट से दूर लेकर गई। उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई दोस्त और कोई दुश्मन नहीं हैं। कोई भी कभी बदल सकता है। मैं उनसे (बागी विधायकों) से संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं। मैंने यहां एक कमरा बुक किया है। मेरे मित्र यहां रुके हुए हैं। एक छोटी सी समस्या है और हमें इस पर बातचीत करनी है। हम तुरंत अलग नहीं हो सकते हैं। मैं अपने नाराज साथियों से मिले बिना नहीं जाऊंगा। वहीं मुंबई पुलिस ने कहा है कि कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार को बस उस होटल के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा जहां कांग्रेस-जेडीएस के 10 बागी विधायक ठहरे हैं। उनको होटल के गेट से पहले नहीं रोका जाएगा। होटल में रुके हुए बागी विधायकों ने पुलिस को लिखे पत्र में कहा है कि ऐसी खबर है कि मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और मंत्री डीके शिवकुमार होटल आ रहे हैं। इससे हमें खतरा महसूस हो रहा है। बागी कांग्रेस विधायक रमेश जरकीहोली ने मंगलवार को कहा कि हमें डीके शिवकुमार से बातचीत करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। भाजपा के किसी भी नेता ने हमसे मुलाकात नहीं की है। इससे पहले जेडीएस नेता नारायण गौड़ा के समर्थकों ने ‘गो बैक, गो बैक’ के नारे लगाए। होटल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि रोशन बेग का इस्तीफा मंगलवार को ही दाखिल किया गया है इसलिए उन्होंने अभी उसकी स्क्रूटनी नहीं की है। उन्होंने कहा कि जिन पांच विधायकों के इस्तीफे निर्धारित प्रारूप के मुताबिक हैं उनमें से तीन को उन्होंने 12 जुलाई को निजी सुनवाई के लिए तलब किया है। 13 और 14 जुलाई को अवकाश है इसलिए बाकी दो विधायकों को उन्होंने निजी सुनवाई के लिए 15 जुलाई को बुलाया है। उन्होंने कहा कि वह संबंधित नियम देखेंगे और घटनाक्रमों पर वरिष्ठों से विचार-विमर्श करेंगे, उसके बाद ही फैसला करेंगे कि इस्तीफे स्वीकार किए जा सकते हैं या अलग तरह की कार्रवाई की जरूरत है।